बेंगलुरु, 22 अप्रैल (भाषा) सार्वजनिक क्षेत्र के रक्षा उपक्रम हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) ने हल्के लड़ाकू विमान तेजस एमके1ए के श्रृंखला उत्पादन के लिए बिस्मलीमाइड इंजन बे डोर के विनिर्माण के लिए राष्ट्रीय एयरोस्पेस प्रयोगशालाओं के साथ प्रौद्योगिकी हस्तांतरण समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं।
लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (एलसीए) तेजस एमके1ए भारतीय वायुसेना के लिए एक स्वदेशी 4.5 जनरेशन, हर मौसम में काम करने वाला तथा बहु-भूमिका वाला लड़ाकू विमान है।
संयुक्त बयान में कहा गया, बिस्मलीमाइड (बीएमआई) इंजन बे डोर (ईबीडी) के लिए प्रौद्योगिकी हस्तांतरण समझौते पर हस्ताक्षर किए गए हैं। एचएएल सीधे एलसीए एमके1ए विमान के श्रृंखला उत्पादन के लिए इन उच्च तापमान प्रतिरोधी मिश्रित कलपुर्जों का उत्पादन कर सकता है, जो आईएएफ स्क्वाड्रन की प्रारंभिक आवश्यकता को पूरा करता है।
एचएएल के एक अधिकारी ने कहा, ‘‘ बीएमआई रेजिन में उत्कृष्ट थर्मल, मैकेनिकल और रासायनिक गुण होते हैं। एयरोस्पेस तथा इलेक्ट्रॉनिक उद्योगों में इसके कई इस्तेमाल हैं।’’
भाषा निहारिका रमण
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