नयी दिल्ली, 27 अप्रैल (भाषा) महिंद्रा समूह के चेयरमैन आनंद महिंद्रा ने ट्विटर पर अधिक से अधिक भागीदारी और अभिव्यक्ति की वकालत की है। उन्होंने इस संबंध में बुधवार को ट्विटर पर अपने फॉलोवर्स के साथ सहमति जताई।
उन्होंने हालांकि कहा कि ऐसी एजेंसियों और मंचों की तत्काल जरूरत है, जो विशेष रूप से गलत समाचारों, फर्जी पोस्ट के बारे में पता लगाएं और समाज को तथ्य-आधारित जानकारी उपलब्ध कराएं।
एलन मस्क ने राय और भाषण को कम विनियमित करने का दावा किया गया था, जिसके बाद अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को लेकर नए सिरे से बहस छिड़ गई। इसके बाद महिंद्रा ने ट्विटर पर एक सर्वेक्षण कर अपने फॉलोवर्स से राय मांगी कि क्या वे मस्क का समर्थन करते हैं या नहीं।
मतदान करने वालों में 80.7 प्रतिशत ने मस्क का समर्थन किया और केवल 19.3 प्रतिशत ने ‘सहमत नहीं’ का विकल्प चुना।
अपने ट्विटर सर्वेक्षण के नतीजे पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए महिंद्रा ने ट्वीट किया, ‘‘स्पष्ट रूप से बोलने की स्वतंत्रता का समर्थन किया है। मैं भी सहमत हूं कि ट्विटर अधिक भागीदारी और अभिव्यक्ति की अनुमति दे सकता है। क्योंकि सेंसरशिप नफरत को दबाती नहीं है। इस तरह का मंच उन्हें सार्वजनिक रूप से बाहर ला सकता है, ताकि कानून लागू करने वाली एजेंसियां उनके खिलाफ कार्रवाई कर सकें।’’
भाषा पाण्डेय अजय
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