नयी दिल्ली, पांच मई (भाषा) वाहन डीलरों के संगठन फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशन (फाडा) ने बृहस्पतिवार को कहा कि भारत में वाहनों की खुदरा बिक्री में 37 प्रतिशत तक की वृद्धि हुई है। यह वृद्धि पिछले साल अप्रैल माह की तुलना में है जब देश कोविड महामारी की दूसरी लहर से जूझ रहा था।
फाडा ने कहा कि अप्रैल में सभी श्रेणियों में कुल 16,27,975 वाहनों की बिक्री हुई, जबकि इससे एक साल पहले समान अवधि के दौरान 11,87,771 वाहन बिके थे।
सालाना आधार पर देखा जाए तो यात्री वाहनों और दोपहिया सहित सभी वाहन श्रेणियों में बिक्री पिछले साल अप्रैल की तुलना में इस साल बढ़ी है।
पिछले महीने 2,64,342 यात्री वाहनों का पंजीकरण हुआ, जो एक साल पहले की समान अवधि की 2,10,682 इकाइयों से 25 प्रतिशत अधिक था।
इसी तरह अप्रैल 2022 में 11,94,520 दोपहिया वाहनों की बिक्री हुई जो एक साल पहले की समान अवधि की तुलना में 38 प्रतिशत अधिक है।
बीते महीने, वाणिज्यिक वाहनों की खुदरा बिक्री 78,398 इकाई पर पहुंच गई, जो अप्रैल, 2021 की 51,515 इकाइयों से 52 प्रतिशत अधिक है।
अप्रैल, 2021 की तुलना में इस साल अप्रैल में तिपहिया वाहनों की बिक्री 96 प्रतिशत बढ़ी है, जबकि ट्रैक्टर पंजीकरण में 26 प्रतिशत की वृद्धि हुई।
फाडा के अध्यक्ष विंकेश गुलाटी ने कहा, ‘‘अप्रैल, 2019 और अप्रैल, 2022 की तुलना करने पर पता चलता है कि हम अभी पूरी तरह से उबरे नहीं हैं क्योंकि कुल खुदरा बिक्री में छह प्रतिशत की गिरावट आई है।’’
उन्होंने कहा कि रूस-यूक्रेन युद्ध जारी है और चीन में भी लॉकडाउन है जिसके कारण वाहन उद्योग आपूर्ति संबंधी दिक्कतों, सेमीकंडक्टर की कमी, धातुओं की ऊंची कीमतों के साथ ही कंटेनर की कमी से जूझ रहा है।
भाषा रिया मानसी
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