नयी दिल्ली, तीन मार्च (भाषा) वीडियो साझा करने वाले मंच यूट्यूब के ‘क्रिएटर इकोसिस्टम’ ने 2020 के दौरान घरेलू अर्थव्यवस्था में 6,800 करोड़ रुपये का योगदान दिया है। बृहस्पतिवार को जारी एक रिपोर्ट में यह कहा गया।
परामर्श देने वाली स्वतंत्र कंपनी ऑक्सफोर्ड इकोनॉमिक्स द्वारा जारी रिपोर्ट में यूट्यब के भारत में आर्थिक, सामाजिक और सांस्कृतिक प्रभाव का आकलन किया गया है।
यूट्यब ने ऑनलाइन वार्ता में निष्कर्ष जारी करते हुए कहा, ‘‘रिपोर्ट से पता चलता है कि यूट्यूब के पारिस्थितिकी तंत्र ने भारतीय अर्थव्यवस्था में काफी आर्थिक मूल्य पैदा किया।’’
उसने कहा, ‘‘यूट्यब ने 2020 में भारत के सकल घरेलू उत्पाद में 6,800 करोड़ रुपये का योगदान दिया, जो देश में 6,83,900 नौकरियों का समर्थन के के बराबर है।’’
ऑक्सफोर्ड इकोनॉमिक्स की इस रिपोर्ट में यूट्यूब से जुड़ी अन्य संबंधित आय….. जैसे गैर-विज्ञापन राजस्व (यूट्यूब चैनल को सब्स्क्राइब के जरिये) और यूट्यूब के माध्यम से अन्य प्रायोजकों से मिली आय शामिल है।
यूट्यूब ने कहा कि आय के ये स्रोत न केवल रचनात्मक उद्यमियों के लिए नौकरियों और आय का समर्थन करते हैं बल्कि आपूर्ति श्रृंखलाओं में व्यापक गतिविधियों को भी बढ़ावा देते हैं।
सरकार द्वारा पिछले वर्ष जारी अनुमान के अनुसार देश में यूट्यूब के 44.8 करोड़ उपयोगकर्ता हैं।
भाषा जतिन पाण्डेय
पाण्डेय
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.