मुंबई, 27 जनवरी (भाषा) केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने शनिवार को कहा कि युवाओं को नौकरी चाहने वालों के बजाय उद्यमी बनने पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए।
केंद्रीय शिक्षा और कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने भारतीय प्रबंध संस्थान (आईआईएम) मुंबई के पहले दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए कहा, “युवाओं को नौकरी चाहने वाले बनकर संतुष्ट नहीं होना चाहिए, बल्कि नौकरी प्रदाता बनने का प्रयास करना चाहिए, जैसा कि एनईपी 2020 में कल्पना की गई है। यह उद्यमशीलता और नए ‘यूनिकॉर्न’ बनाने पर ध्यान केंद्रित करने का उपयुक्त समय है।”
प्रधान ने सभी से उन विचारों को साकार करने के लिए माहौल बनाने की दिशा में काम करने का आग्रह किया, जो भविष्य के यूनिकॉर्न में बदल जाएंगे।
उन्होंने कहा कि ‘जेनजेड’ (नई पीढ़ी) सामाजिक-आर्थिक परिवर्तन की उत्प्रेरक है और उसपर अगले 25 वर्षों तक वैश्विक और सामाजिक मुद्दों पर समाधान प्रदाता बनने की जिम्मेदारी है।
मंत्री ने कहा कि शिक्षा में गरीबों, वंचित समुदायों और महिलाओं की भागीदारी में रिकॉर्ड सुधार देखा गया है, जो ज्ञान आधारित समाज का संकेतक है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने जुलाई 2023 में मुंबई में राष्ट्रीय औद्योगिक इंजीनियरिंग संस्थान (एनआईटीआईई) को 21वां आईआईएम बनाने के एक विधेयक को मंजूरी दी थी।
भाषा अनुराग पाण्डेय
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