पणजी, 11 मई (भाषा) उत्तरी गोवा के तुएम गांव में राज्य के पहले इलेक्ट्रॉनिक विनिर्माण क्लस्टर का काम अंतिम चरण में है। अधिकारियों ने यह जानकारी देते हुए कहा कि इस इलेक्ट्रॉनिक विनिर्माण क्लस्टर से तटीय राज्य में भारी निवेश आने की उम्मीद है।
ई-विनिर्माण क्लस्टर का विकास सूचना प्रौद्योगिकी, इलेक्ट्रॉनिक्स और संचार विभाग (डीआईटीईसी) द्वारा किया जा रहा है। डीआईटीईसी के निदेशक कबीर शिरगांवकर ने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘विनिर्माण क्लस्टर देश के विकसित भारत-2047 के लक्ष्य और नरेन्द्र मोदी की अगुवाई वाली सरकार की भारत को वैश्विक इलेक्ट्रॉनिक विनिर्माण केंद्र में बदलने की योजना की आधारशिला है।’’
उन्होंने कहा कि यह औद्योगिक क्षेत्र गोवा-मुंबई राष्ट्रीय राजमार्ग के साथ तुएम गांव के पास 5,97,125 वर्ग मीटर में फैला होगा।
शिरगांवकर ने कहा, ‘‘यह नवोन्मेषण को बढ़ावा देगा और रोजगार पैदा करेगा। यह गोवा के आर्थिक और डिजिटल बदलाव में भूमिका निभाएगा।’’ उन्होंने कहा कि इस विनिर्माण क्लस्टर में भारी निवेश आने की उम्मीद है।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार और इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (मेइटी) तुएम में विनिर्माण इकाइयां लगाने वालों को विभिन्न प्रोत्साहन प्रदान करेंगे। शिरगांवकर ने कहा, ‘‘हमने विनिर्माण इकाइयों की स्थापना के लिए निर्माण लाइसेंस और अन्य सभी जरूरतों के लिए एकल-खिड़की मंजूरी प्रणाली बनाई है।
अधिकारी ने कहा, ‘‘हमने पहले ही विभिन्न इलेक्ट्रॉनिक विनिर्माण कंपनियों को भूखंड आवंटित कर दिए हैं, और हमारा लक्ष्य कुछ बड़ी इलेक्ट्रॉनिक विनिर्माण कंपनियों को आकर्षित करने का है ताकि वे इस परियोजना में ‘एंकर’ के रूप में काम कर सकें।’
शिरगांवकर ने कहा कि हम भविष्य में ड्रोन प्रौद्योगिकी कंपनियों को आमंत्रित करने और ईवी (इलेक्ट्रिक वाहन) बुनियादी ढांचे की अनुमति देने पर भी विचार कर रहे हैं।
इलेक्ट्रॉनिक विनिर्माण क्लस्टर में निवेश करने वाली पावरलैंड एग्रो ट्रैक्टर व्हीकल्स प्राइवेट लिमिटेड के सह-संस्थापक नारायण नाइक ने कहा कि यह परियोजना उनके जैसे उद्योगपतियों के लिए एक बड़ा प्रोत्साहन है।
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