भोपाल, चार दिसंबर (भाषा) कृषि रसायन और बीज कंपनी कॉर्टेवा एग्रीसाइंस (दक्षिण एशिया) के अध्यक्ष सुब्रतो गीद ने बुधवार को कहा कि महिला किसानों में कृषि उत्पादकता को 20-30 प्रतिशत तक बढ़ाने की क्षमता है और इस क्षेत्र के विकास के लिए स्त्री-पुरूष के स्तर पर असमानता को दूर करना महत्वपूर्ण है।
उन्होंने पीटीआई-भाषा के साथ बातचीत में कहा कि हमारी वर्ष 2030 तक 20 लाख महिला किसानों को आगे बढ़ाने की योजना है।
सुब्रतो ने कहा कि कृषि क्षेत्र जलवायु परिवर्तन और घटते कार्यबल सहित महत्वपूर्ण चुनौतियों का सामना कर रहा है। ऐसे में महिलाओं को सशक्त बनाने में किसान उत्पादक संगठनों (एफपीओ) की भूमिका महत्वपूर्ण है।
उन्होंने कहा, ‘‘जब भी महिलाएं बाहर निकलती हैं और खेतों का कमान संभालती हैं, तो कृषि उत्पादकता बढ़ जाती है। वे नई तकनीकों को अपनाने के लिए सदा तैयार होती हैं।’’
मौजूदा वक्त में, कॉर्टेवा पांच राज्यों… बिहार, झारखंड, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश और राजस्थान में 65 एफपीओ से जुड़ी हुई है। इसके जरिये कंपनी 33,000 से अधिक महिला किसानों तक पहुंच रही है। कंपनी इसे कई कृषि चुनौतियों का समाधान करने के लिए एक रणनीतिक दृष्टिकोण के रूप में देखती है।
उन्होंने कहा कि क्षेत्र के समक्ष प्रमुख चुनौतियों में भारत का मुख्य रूप से सीमांत कृषि परिदृश्य, जलवायु की अनिश्चितता और कम संसाधनों के साथ उत्पादकता बढ़ाने की आवश्यकता शामिल हैं।
भाषा राजेश रमण
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