नयी दिल्ली, 11 जुलाई (भाषा) दवा कंपनी वॉकहार्ट ने शुक्रवार को कहा कि वह घाटे में चल रही अमेरिकी जेनेरिक कारोबार से बाहर निकलेगी और मधुमेह के लिए एंटीबायोटिक्स और जैविक दवाओं के क्षेत्र में नई दवाओं की खोज पर ध्यान केंद्रित करेगी।
मुंबई की दवा कंपनी ने एक बयान में कहा कि कंपनी एक नवाचार-संचालित दवा उद्यम बनाने के अपने दीर्घकालिक दृष्टिकोण के अनुरूप अमेरिकी कारोबार का महत्वपूर्ण रणनीतिक पुनर्गठन कर रही है।
वॉकहार्ट ने कहा कि इस बदलाव के एक हिस्से के रूप में, कंपनी ने अमेरिकी जेनेरिक दवा क्षेत्र से बाहर निकलने का फैसला किया है, जिससे उसके उन्नत उत्पाद पोर्टफोलियो पर गहन ध्यान और निवेश का मार्ग प्रशस्त होगा।
दवा कंपनी ने कहा कि वह नई एंटीबायोटिक दवाओं की खोज पर ध्यान केंद्रित करेगी, जहां वॉकहार्ट ने परिसंपत्तियों की एक मजबूत पाइपलाइन के साथ वैश्विक स्तर पर एक अग्रणी स्थिति बनाई है।
इसके अलावा, वह इंसुलिन में अपने जैविक पोर्टफोलियो पर भी ध्यान केंद्रित करेगी, मधुमेह देखभाल में महत्वपूर्ण जरूरतों को पूरा करने के लिए अत्याधुनिक तकनीकों का लाभ उठाएगी।
कंपनी ने कहा कि उसका अमेरिकी जेनेरिक कारोबार पिछले कई वर्षों से घाटे में चल रहा है। वित्त वर्ष 2024-25 में, जेनेरिक कारोबार को लगभग 80 लाख डॉलर का घाटा हुआ।
एक व्यापक रणनीतिक समीक्षा के बाद, कंपनी इस निष्कर्ष पर पहुंची है कि इस क्षेत्र में बने रहना उसके व्यापक नवाचार एजेंडे से विचलित करेगा।
तदनुसार, वॉकहार्ट ने अमेरिकी दिवाला संहिता के अध्याय सात के तहत अपनी अमेरिकी अनुषंगी की अनुषंगी कंपनियों मॉर्टन ग्रोव फार्मास्युटिकल्स और वॉकहार्ट यूएसए एलएलसी के लिए स्वैच्छिक परिसमापन के लिए आवेदन किया है। दोनों इकाइयां वॉकहार्ट बाओ एजी की अनुषंगी कंपनियां हैं।
कंपनी ने कहा कि वह भारत, ब्रिटेन, आयरलैंड और अन्य भौगोलिक क्षेत्रों में परिचालन के लिए प्रतिबद्ध है, जहाँ उसके व्यवसाय लगातार मजबूत प्रदर्शन कर रहे हैं।
भाषा राजेश राजेश रमण
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