नयी दिल्ली, 11 अक्टूबर (भाषा) वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बुधवार को जी20 एजेंडा के अनुरूप विकासशील देशों के साथ मिलकर घरेलू संसाधन जुटाने के लिए अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष (आईएमएफ) के साथ जुड़ाव की भारत की मंशा जताई।
पिछले महीने जी20 नयी दिल्ली नेताओं के घोषणापत्र में आईएमएफ और विश्व बैंक से अन्य प्रासंगिक अंतरराष्ट्रीय संस्थानों के साथ समन्वय में ‘उभरते बाजारों और विकासशील अर्थव्यवस्थाओं’ (ईएमडीई) में घरेलू संसाधन जुटाने के प्रयासों का समर्थन करने का आग्रह किया गया था।
मोरक्को के मराकेश में आईएमएफ-विश्व बैंक की वार्षिक बैठक के मौके पर आईएमएफ की प्रबंध निदेशक (एमडी) क्रिस्टालिना जॉर्जिवा के साथ बैठक के दौरान सीतारमण ने भारत की अध्यक्षता में जी-20 के दौरान समर्थन के लिए आईएमएफ का आभार जताया। इसमें डिजिटल सार्वजनिक ढांचे (डीपीआई) से संबंधित कार्य और तकनीक-संचालित आर्थिक वृद्धि और उत्पादकता लाभ को बढ़ावा देना शामिल था।
वित्त मंत्रालय ने बयान में कहा कि सीतारमण ने क्रिप्टो परिसंपत्तियों के लिए नीतिगत कार्य और जी-20 देशों के भीतर और बाहर वैश्विक समन्वय के लिए संबंधित जी-20 योजना के संबंध में आईएमएफ की भूमिका की भी सराहना की।
सीतारमण ने जी-20 से संबंधित कार्यों के भीतर और बाहर 2024 में आईएमएफ के एजेंडा का समर्थन करने के लिए भारत की तत्परता से भी अवगत कराया।
जी-20 वित्त मंत्रियों और केंद्रीय बैंक गवर्नरों (एफएमसीबीजी) की चौथी बैठक से इतर क्षमता निर्माण और दो-स्तंभ समाधान पर उच्चस्तरीय चर्चा आयोजित की गई।
भाषा अनुराग अजय
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