नई दिल्ली: भारत ने मंगलवार को कहा कि वह इस साल लगभग 4 बिलियन डॉलर की वित्तीय मदद देने के बाद वो लंबे समय तक निवेश के माध्यम से श्रीलंका को समर्थन देता रहेगा क्योंकि उसके पड़ोसी देश को सबसे खराब आर्थिक संकट का सामना करना पड़ा है.
भारत की प्रतिक्रिया उन खबरों के बाद आई है जिसमें दावा किया गया था कि उसने श्रीलंका को नई वित्तीय सहायता देने की कोई योजना नहीं बनाई है क्योंकि अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के साथ ऋण समझौते के बाद उसकी अर्थव्यवस्था में सुधार देखने को मिल रहा है.
Statement by the Spokesperson of @IndiainSL in response to media queries regarding report on no further financial support from India.
We have seen the relevant media reports. We would like to emphasise that India has extended unprecedented bilateral assistance amounting (1/6)
— India in Sri Lanka (@IndiainSL) September 20, 2022
भारत से आगे कोई वित्तीय सहायता नहीं मिलने की रिपोर्ट पर, कोलंबो, श्रीलंका में भारतीय उच्चायोग ने ट्वीट किया, ‘भारत ने श्रीलंका के लोगों के सामने आने वाली कठिनाइयों को दूर करने के लिए इस वर्ष लगभग 4 बिलियन अमरीकी डॉलर की अभूतपूर्व द्विपक्षीय सहायता दी है. ‘
भारत ने अन्य द्विपक्षीय और बहुपक्षीय भागीदारों की भी वकालत की है जो श्रीलंका की मौजूदा आर्थिक कठिनाइयों में तेजी से समर्थन कर रहे हैं.
उसने आगे ट्वीट किया, ‘हम हर संभव तरीके से श्रीलंका का समर्थन करना जारी रखेंगे, खासतौर से श्रीलंका के प्रमुख आर्थिक क्षेत्रों में भारत से दीर्घकालिक निवेश को बढ़ावा देकर ताकि इसकी तेजी से आर्थिक सुधार और विकास हो सके.
इसके अलावा श्रीलंका में भारत की लगभग 3.5 बिलियन अमेरिकी डॉलर की द्विपक्षीय विकास सहयोग परियोजनाओं पर काम किया जा रहा है.
श्रीलंका के राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे ने भी कहा है कि श्रीलंका भारत के साथ मुक्त व्यापार समझौते को व्यापक आर्थिक और तकनीकी साझेदारी में बदल देगा.
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