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Monday, 25 November, 2024
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मुकेश अंबानी के बाद एशिया के दूसरे सबसे अमीर गौतम अडानी की संपत्ति में उतार-चढ़ाव की क्या है कहानी

सोमवार को गौतम अडानी की 6 कंपनियों के शेयर की कीमतों में गिरावट देखने को मिली जिसकी वजह से उनकी कुल संपत्ति में 6 बिलियन डॉलर की कमी हो गई.

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नई दिल्ली: सोमवार को अडानी ग्रुप कंपनीज़ के शेयर उस वक्त गिर गए जब ये खबर फैल गई कि इन कंपनियों में निवेश करने वाले तीन विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों के अकाउंट फ्रीज़ कर दिए गए हैं.

इस खबर की वजह से अडानी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडानी की 6 बिलियन डॉलर की संपत्ति कम हो गई. कुछ दिन पहले ही गौतम अडानी, रिलायंस इंडस्ट्रीज़ के मालिक मुकेश अंबानी के बाद एशिया के दूसरे नंबर के सबसे अमीर आदमी बने थे.

पिछले एक साल में अडानी की नेटवर्थ में बढ़ोत्तरी, अडानी ग्रुप की कंपनियों के मार्केट कैपिटलाइजेशन में अभूतपूर्व बढ़त से हुई जो कि इसके लिस्टेड कंपनियों के शेयर की कीमतों में बढ़त की वजह से हुई थी.

पिछले हफ्ते ब्लूमबर्ग के एक विश्लेषण में बताया गया था कि साल 2021 में 43 बिलियन डॉलर की बढ़ोत्तरी के साथ ही अडानी की नेटवर्थ 77 बिलियन डॉलर हो गई जिसके बाद उन्होंने चीन के ‘बॉटल्ड वॉटर’ का बिजनेस करने वाले अरबपति झोंग शांशन को पीछे छोड़ दिया. इन शेयरों की कीमतों में अभूतपूर्व वृद्धि को देखते हुए विश्लेषक सवाल करने लगे कि कहीं इन शेयरों की कीमत ‘ओवर वैल्यूड’ तो नहीं है.

लेकिन अंतत्वोगत्वा अडानी ग्रुप की कंपनियों का बाजार पूंजीकरण स्टॉक प्राइस मूवमेंट के आधार पर बदलता रहा. शेयरों से लाभ या नुकसान और अनुमानित धन सभी काल्पनिक हैं जब तक कि अडानी इन शेयरों को बेचकर लाभ नहीं कमाते या हानि नहीं होती.

उदाहरण के लिए, अडानी की नेटवर्थ में एक ही दिन में सोमवार को 6 बिलियन डॉलर से ज्यादा की गिरावट के बाद उनकी नेटवर्थ 77 बिलियन डॉलर से घटकर 71 बिलियन डॉलर रह गई थी. लेकिन कंपनियों के स्टॉक्स फिर से रिकवर करने लगे और मंगलवार को उनकी नेटवर्थ 71 बिलियन डॉलर से बढ़कर 2 बिलियन डॉलर हो गई.

सिक्योरिटीज डिपॉजिटरी बॉडी, नेशनल सिक्योरिटीज डिपॉजिटरी लिमिटेड (एनएसडीएल) से मिली जानकारी के मुताबिक कंपनी ने स्टॉक एक्सचेंजों को सूचित किया कि एफपीआई के खाते फ्रीज नहीं किए गए हैं. इसके बाद उनकी स्टॉक्स की रिकवरी शुरू हुई.

ब्लूमबर्ग अरबपतियों के सूचकांक से पता चलता है कि शेयर की कीमतों में गिरावट के बावजूद, अडानी 15 जून तक अंबानी के बाद दूसरे सबसे अमीर एशियाई बने हुए थे.

रिलायंस इंडस्ट्रीज की सहायक कंपनी जियो प्लेटफॉर्म्स में बड़े पैमाने पर प्रत्यक्ष विदेशी निवेश के कारण रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयर की कीमत में भी उछाल देखा गया जिसकी वजह से पिछले एक साल में अंबानी की नेटवर्थ में भी काफी बढ़ोतरी हुई है.

ब्लूमबर्ग के आंकड़ों से पता चलता है कि पिछले एक साल में अंबानी की नेटवर्थ में 30 बिलियन डॉलर से ज्यादा की बढ़ोत्तरी हुई है, जिससे उनकी कुल संपत्ति बढ़कर 86 बिलियन डॉलर हो गई है.

अप्रैल 2020 के बाद से रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयर मूल्य में 110 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जिससे इसका बाजार पूंजीकरण बढ़कर 14.26 लाख करोड़ रुपये हो गया. बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज की वेबसाइट पर उपलब्ध शेयरहोल्डिंग पैटर्न के मुताबिक मुकेश अंबानी के नेतृत्व वाले प्रमोटर ग्रुप के पास कंपनी के 50.58 फीसदी शेयर हैं.


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अडानी की संपत्ति

बीएसई के पास उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक अडानी ग्रुप के पास छह लिस्टेड कंपनियां हैं. ये कंपनियां हैं- अडानी एंटरप्राइजेज लिमिटेड, अडानी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन लिमिटेड, अडानी पावर लिमिटेड, अडानी ट्रांसमिशन लिमिटेड, अडानी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड और अडानी टोटल गैस लिमिटेड.

गौतम अडानी और उनके परिवार के सदस्यों के नेतृत्व वाले प्रमोटर समूह के पास 15 जून तक 1.68 लाख करोड़ रुपये के बाजार पूंजीकरण वाली कंपनी अडानी एंटरप्राइजेज लिमिटेड में कुल शेयरों का 74.92 प्रतिशत हिस्सा था.

अडानी पोर्ट्स में प्रमोटर ग्रुप के पास करीब 64 फीसदी शेयर हैं. 15 जून तक कंपनी का बाजार पूंजीकरण 1.54 लाख रुपये था. अडानी पावर लिमिटेड में प्रमोटर ग्रुप के पास करीब 75 फीसदी शेयर हैं. कंपनी का मार्केट कैपिटलाइजेशन 51,644 करोड़ रुपये था.

अडानी ट्रांसमिशन लिमिटेड में प्रमोटर ग्रुप का 74.92 फीसदी हिस्सा है. कंपनी का बाजार पूंजीकरण करीब 1.58 लाख करोड़ रुपये है.

अडानी ग्रीन एनर्जी में प्रमोटर ग्रुप के पास कुल शेयरों का 56 फीसदी हिस्सा है. 1.89 लाख करोड़ रुपये के मार्केट कैप के साथ, यह अडानी समूह की सबसे मूल्यवान कंपनियों में से एक है. 1.61 लाख करोड़ रुपये के बाजार पूंजीकरण वाली कंपनी अडानी टोटल गैस में प्रमोटर समूह के कुल शेयरों का 74.8 प्रतिशत हिस्सा है.

शेयर की कीमतों में उतार-चढ़ाव

पिछले एक साल में अडानी ग्रुप की सभी छह कंपनियों के शेयरों की कीमतों में उछाल देखने को मिला है जिसकी वजह से गौतम अडानी की दौलत में बढ़ोत्तरी हुई है.

15 जून तक, पिछले एक साल में अडानी ट्रांसमिशन के शेयरों में 582 फीसदी और अडानी टोटल गैस के शेयर की कीमत में 975 फीसदी बढ़ते देखने को मिली है.

समूह की सबसे प्रमुख फर्म-अडानी एंटरप्राइजेज के शेयर की कीमतों में भी पिछले एक साल में 952 फीसदी की बढ़ोतरी देखी गई है. इसी अवधि में बेंचमार्क सेंसेक्स में 57 फीसदी की बढ़त रही.

अन्य तीन अडानी फर्मों ने भी अपने शेयर की कीमतों में उछाल देखा लेकिन अपेक्षाकृत कम प्रतिशत से .

पिछले साल के मुकाबले अडानी पोर्ट्स की कीमतें 123 फीसदी बढ़ी, वहीं अडानी ग्रीन एनर्जी 233 फीसदी और अडानी पावर 266 फीसदी ऊपर रही.

हालांकि, सोमवार को अडानी के स्टॉक्स की कीमतों में काफी गिरावट देखने को मिली. अडानी ग्रुप की कंपनियों के स्टॉक में सोमवार को 5 फीसदी की गिरावट देखी गई.

हालांकि, दो कंपनियों के शेयरों में मंगलवार को मामूली बढ़त दर्ज की गई, जिसमें अडानी एंटरप्राइजेज 2.45 फीसदी और अडानी ग्रीन एनर्जी 2.79 फीसदी की बढ़ोत्तरी हुई.

लेकिन यह सकारात्मक सेंटीमेंट केवल इन दोनों शेयरों तक ही सीमित रहा. अडानी पावर, अडानी ट्रांसमिशन और अडानी टोटल गैस लिमिटेड के स्टॉक्स ने मंगलवार को फिर से निचले स्तर को छुआ, जो कि सोमवार के क्लोजिंग प्राइस से पांच फीसदी कम था.

(इस लेख को अंग्रेज़ी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें.)


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