नयी दिल्ली, 10 जनवरी (भाषा) विविध कारोबार से जुड़े समूह वेलस्पन वर्ल्ड ने बुधवार को गुजरात में हरित हाइड्रोजन और हरित अमोनिया के लिए पारिस्थतिकी तंत्र स्थापित करने के लिए 40,000 करोड़ रुपये के निवेश की प्रतिबद्धता जताई।
समूह ने बयान में कहा कि वह अपनी इकाई वेलस्पन न्यू एनर्जी लिमिटेड (डब्ल्यूएनईएल) के जरिये राज्य में हरित हाइड्रोजन परियोजनाओं और इसके उप-उत्पादों के विकास के अवसरों का पता लगाएगी।
वेलस्पन ने कहा, ‘‘समूह एक जीवंत हरित हाइड्रोजन और हरित अमोनिया पारिस्थितिकी तंत्र के निर्माण के लिए 40,000 करोड़ रुपये से अधिक के निवेश के साथ गुजरात के कार्बन कटौती प्रयासों का समर्थन करने के लिए प्रतिबद्ध है। इसके तहत समूह की कंपनी डब्ल्यूएनईएल ने गुजरात पीपावाव पोर्ट लिमिटेड (जीपीपीएल) के साथ एक रणनीतिक गठजोड़ किया है।’’
डब्ल्यूएनईएल ने सोलर एनर्जी कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (सेकी) की तरफ से मंगाई गई निविदा में 2,000 करोड़ टन प्रति वर्ष हरित हाइड्रोजन उत्पादन की सफल बोली लगाई है।
इसे 20,000 एकड़ भूमि पर नवीकरणीय ऊर्जा परियोजनाएं विकसित करने के लिए गुजरात सरकार से सैद्धांतिक मंजूरी भी मिल गई है। इसके साथ कंपनी गुजरात में अग्रणी विनिर्माण इकाइयों के लिए 1,000 मेगावाट की नवीकरणीय ऊर्जा परियोजनाओं का विकास भी कर रही है।
डब्ल्यूएनईएल के कार्यकारी निदेशक और मुख्य कार्यपालक अधिकारी कपिल माहेश्वरी ने कहा कि इस सहयोग का उद्देश्य जीपीपीएल के लिए हरित अमोनिया और हरित मेथनॉल के मिश्रण से एक टिकाऊ पारिस्थितिकी तंत्र बनाना है।
वेलस्पन वर्ल्ड के चेयरपर्सन बी के गोयनका ने कहा कि जीपीपीएल के साथ साझेदारी पोत परिवहन उद्योग द्वारा उत्सर्जन कम करने के विकल्प तलाशेगी। प्रेम अजय
अजय
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.