मुंबई, 11 मार्च (भाषा) अमेरिकी दिग्गज खुदरा कंपनी वॉलमार्ट भारत में खुदरा बिक्री स्टोर खोलने को उत्सुक नहीं है और वह ऑनलाइन बाजार-मंच फ्लिपकार्ट और भुगतान मंच फोनपे को आगे बढ़ाने पर ही ध्यान देगी।
वॉलमार्ट के एक शीर्ष अधिकारी ने यह बात कही। कंपनी ने कुछ साल पहले 16 अरब डॉलर के सौदे में फ्लिपकार्ट और फोनपे का अधिग्रहण किया था।
वॉलमार्ट के मुख्य कार्यकारी डग मैकमिलन ने ‘ग्लोबल बिजनेस समिट’ में कहा, ‘‘हमारे पास एक व्यापक रणनीति है, जिसमें दोनों घटक शामिल हैं। जब आपके पास दोनों घटक होते हैं तो ग्राहक अनुभव अधिक सहज हो सकता है। स्टोर पर जाने के अपने फायदे हैं लेकिन फिलहाल हम उस पर ध्यान केंद्रित नहीं कर रहे हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘अभी हम फ्लिपकार्ट और फोनपे को सफल बनाने पर ध्यान दे रहे हैं।’’
मैकमिलन ने कहा कि कंपनी यह सुनिश्चित कर रही है कि उसे देश के लिए अच्छे भागीदार के रूप में देखा जाए। उन्होंने कहा कि सरकार और नेताओं का ध्यान देश को मजबूत करने पर है और उनकी कंपनी इसी लक्ष्य के लिए योगदान करना चाहेगी।
उन्होंने वॉलमार्ट द्वारा फ्लिपकार्ट के लिए किए गए निवेश पर संतोष जताया।
फ्लिपकार्ट को सार्वजनिक रूप से सूचीबद्ध करने की कंपनी की योजना के बारे में पूछने पर मैकमिलन ने कहा कि आईपीओ अंतिम लक्ष्य है, लेकिन उन्होंने इसके लिए किसी समयसीमा या कोई अन्य ब्यौरा देने से इनकार किया।
उन्होंने कहा, ‘‘मुझे शुरू से ही लगता है कि किसी समय आईपीओ लाना सही कदम होगा। लेकिन हम पहले एक मजबूत नींव बनाना चाहते हैं और हम चाहते हैं कि टीम तैयार होने पर वह इस बारे में फैसला करे।’’
उन्होंने कहा कि आईपीओ जैसा रणनीतिक फैसला फ्लिपकार्ट और फोनपे का स्थानीय नेतृत्व लेगा।
भाषा पाण्डेय प्रेम
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