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Tuesday, 11 March, 2025
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उद्यम पूंजी कोषों का 2024 में भारतीय कंपनियों को वित्तपोषण 43 प्रतिशत बढ़कर 13.7 अरब डॉलर पर

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नयी दिल्ली, 11 मार्च (भाषा) देश के उद्यम पूंजी (वीसी) परिवेश ने 2024 में मजबूत वृद्धि प्रदर्शित की। इस दौरान उद्यम पूंजी कोषों का वित्तपोषण सालाना आधार पर 43 प्रतिशत बढ़कर 13.7 अरब डॉलर हो गया। एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है।

बैन एंड कंपनी और आईवीसीए की रिपोर्ट कहती है कि उद्यम पूंजी कोषों के वित्तपोषण में आई यह तेजी सौदों की संख्या में 45 प्रतिशत की वृद्धि के कारण दर्ज हुई। वर्ष 2024 में भारतीय बाजार में कुल 1,270 सौदे हुए जिससे यह एशिया-प्रशांत क्षेत्र में उद्यम पूंजी और वृद्धि वित्तपोषण के लिहाज से दूसरा बड़ा बाजार साबित हुआ।

रिपोर्ट के मुताबिक, छोटे और मध्यम आकार के सौदे (पांच करोड़ डॉलर से कम) 1.4 गुना बढ़ गए और इनकी कुल सौदों में हिस्सेदारी करीब 95 प्रतिशत रही। वहीं पांच करोड़ डॉलर से अधिक मूल्य के सौदों की संख्या लगभग दोगुनी होकर कोविड महामारी-पूर्व के स्तर पर पहुंच गई।

इसके साथ ही पिछले कैलेंडर वर्ष में भारतीय बाजार में 10 करोड़ डॉलर से अधिक आकार के बड़े सौदे भी 1.6 गुना बढ़ गए।

रिपोर्ट कहती है कि उपभोक्ता प्रौद्योगिकी, सॉफ्टवेयर और जनरेटिव एआई समेत सॉफ्टवेयर सेवा और वित्तीय-प्रौद्योगिकी क्षेत्रों ने कुल वित्तपोषण का 60 प्रतिशत से अधिक आकर्षित किया। इसमें उपभोक्ता प्रौद्योगिकी क्षेत्र 5.4 अरब डॉलर का वित्तपोषण हासिल कर सबसे आगे रहा।

रिपोर्ट के मुताबिक, यह तीव्र वृद्धि त्वरित आपूर्ति, शिक्षा प्रौद्योगिकी और बी2सी कारोबार में महत्वपूर्ण निवेश से प्रेरित थी। इसमें जेप्टो (1.4 अरब डॉलर), मीशो (27.5 करोड़ डॉलर) और लेंसकार्ट (20 करोड़ डॉलर) जैसी कंपनियों को मिले वित्तपोषण की प्रमुख भूमिका रही।

इसके अलावा सॉफ्टवेयर और जेनरेटिव एआई क्षेत्रों ने भी 1.7 अरब डॉलर जुटाकर वित्तपोषण की गति को बनाए रखा।

रिपोर्ट कहती है कि बड़े यानी एंजल निवेशकों से लिए जाने वाले कर की व्यवस्था को खत्म करना, दीर्घकालिक पूंजीगत लाभ पर कर की दरों को कम करना और विदेशी उद्यम पूंजी निवेशक पंजीकरण को आसान बनाने जैसी सरकारी पहल ने स्टार्टअप और निवेशकों के लिए अधिक अनुकूल माहौल तैयार किया है।

भारतीय उद्यम और वैकल्पिक पूंजी संघ (आईवीसीए) के अध्यक्ष रजत टंडन ने कहा, ‘‘2024 में शुरू किए गए नीतिगत सुधारों ने निवेशकों का भरोसा बढ़ाया है, जिससे 2025 के लिए एक गतिशील माहौल तैयार हुआ है। हमें खासकर विकास-चरण के निवेश में सौदे बढ़ने की उम्मीद है।’’

भाषा प्रेम प्रेम अजय

अजय

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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