नयी दिल्ली, 27 फरवरी (भाषा) वेदांता समूह के एक शीर्ष अधिकारी ने कहा कि कंपनी अगले वित्त वर्ष में एल्युमीनियम कारोबार में विनिर्माण के लिए जरूरी आपूर्ति श्रृंखला के एकीकरण पर ध्यान देगी और संयंत्रों में कच्चे माल की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए ओडिशा स्थित अपनी दो खदानों में उत्पादन शुरू करेगी।
वेदांता के एल्युमीनियम कारोबार के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) राहुल शर्मा ने पीटीआई-भाषा से साक्षात्कार में कहा कि आने वाले वित्त वर्ष में कंपनी विनिर्माण के लिए जरूरी आपूर्ति श्रृंखला के एकीकरण (बैकवर्ड इंटीग्रेशन) पर खासतौर से ध्यान देगी।
उन्होंने कहा, ‘‘इसके अलावा कच्चे माल की उपलब्धता बढ़ाई जाएगी। हमारे पास कुछ खदानें हैं। हम एक या दो खदानों को शुरू करना चाहते हैं, ताकि कच्चे माल की सुरक्षा बनी रहे। हमें उम्मीद है कि वे (जामखानी और राधिकापुर कोयला खदानें) अगले वित्त वर्ष में चालू हो जाएंगी।’’
उन्होंने कहा कि कंपनी एल्युमिना रिफाइनरी का विस्तार कर इसकी क्षमता को मौजूदा 20 लाख टन सालाना से बढ़ाकर 50 लाख टन प्रतिवर्ष कर रही है।
सीईओ ने कहा, ‘‘हम अपनी एल्युमिना रिफाइनरी का विस्तार कर रहे हैं, जो एक मध्यवर्ती उत्पाद है। इसे 20 लाख टन से 50 लाख टन प्रतिवर्ष तक बढ़ाया जा रहा है… विस्तार कार्यक्रम तय समय के अनुसार चल रहा है।’’
वेदांता समूह कंपनी बाल्को की क्षमता 5.6 लाख टन से बढ़ाकर 10 लाख टन प्रतिवर्ष की जा रही है।
भाषा पाण्डेय अजय
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