नयी दिल्ली, 10 अगस्त (भाषा) वेदांता लिमिटेड ने अगले आठ वर्षों में 100 अरब डॉलर (करीब आठ लाख करोड़ रुपये) की कंपनी बनने का लक्ष्य तय किया है।
इस समय कंपनी का मूल्यांकन 18 अरब डॉलर (करीब 1.3 लाख करोड़ रुपये) है।
बुधवार को वेदांता की वार्षिक आम बैठक में दी गई एक प्रस्तुति के अनुसार कंपनी आक्रामक वृद्धि योजना के लिए तैयार है। कंपनी अपने व्यवसायों में क्षमता निर्माण पर विचार कर रही है।
कंपनी ने बताया कि उसने चालू वित्त वर्ष में जस्ता और तेल तथा गैस जैसे क्षेत्रों में लगभग दो अरब डॉलर के पूंजीगत व्यय की योजना बनाई है।
वेदांता के चेयरमैन अनिल अग्रवाल ने एजीएम के दौरान अपने संबोधन में कहा कि कंपनी सेमीकंडक्टर फैब और डिस्प्ले फैब के निर्माण के रणनीतिक क्षेत्र में प्रवेश कर रही है।
उन्होंने कहा, ‘‘न केवल वैश्विक स्तर पर सेमीकंडक्टर की आपूर्ति कम है, बल्कि भारत भी सौ प्रतिशत आयात पर निर्भर है। सेमीकंडक्टर की घरेलू खपत 2026 तक 80 अरब डॉलर से अधिक होने की उम्मीद है और 2030 तक यह आंकड़ा 110 अरब डॉलर तक पहुंच सकता है।’’
वेदांता ने भारत में एक एकीकृत सेमीकंडक्टर निर्माण संयंत्र स्थापित करने के लिए फॉक्सकॉन के साथ समझौता किया है।
भाषा पाण्डेय अजय
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