लखनऊ, 17 नवंबर (भाषा) पर्यटन, आतिथ्य और यात्रा क्षेत्र से जुड़े उद्योगों के संगठन ‘चैट’ ने उत्तर प्रदेश मंत्रिमंडल द्वारा नई पर्यटन नीति घोषित किए जाने का स्वागत करते हुए इसे दूरगामी परिणाम देने वाला करार दिया है।
कनफेडरेशन ऑफ हॉस्पिटैलिटी टेक्नोलॉजी एंड टूरिज्म इंडस्ट्री (चैट) के महासचिव अनवर शिरपुरवाला ने यहां बयान में कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा बुधवार को घोषित नई पर्यटन नीति में उन तमाम पहलुओं को शामिल किया गया है जो बदलते वक्त में पर्यटन क्षेत्र के लिए बेहद जरूरी हैं।
उन्होंने कहा कि खासतौर पर पर्यटन, यात्रा और आतिथ्य क्षेत्र से जुड़ी कुटीर लघु एवं मझोली इकाइयों (एमएसएमई) को भी नीति में शामिल कर सरकार ने दूरदर्शिता का परिचय दिया है। बजट होटल, हेरिटेज होटल, होमस्टे, डॉरमेट्री, वेलनेस रिजॉर्ट तथा ऐसी ही अन्य इकाइयों को नई पर्यटन नीति में शामिल करने से उत्तर प्रदेश में पर्यटन की उन तमाम संभावनाओं का इस्तेमाल किया जा सकेगा जो अभी तक अनछुई हैं।
उन्होंने कहा कि रामायण और महाभारत सर्किट जैसे धार्मिक पर्यटन स्थलों को एक परिपथ के तौर पर विकसित करने से आध्यात्मिक पर्यटन को न सिर्फ देश बल्कि दुनियाभर में लोकप्रियता हासिल होगी।
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश मंत्रिमंडल ने बुधवार को राज्य की नई पर्यटन नीति की घोषणा की थी।
चैट के महासचिव ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह को बधाई देते हुए कहा कि सरकार एक दूरदर्शितापूर्ण और अग्रसारी पर्यटन नीति लेकर आई है, जिससे राज्य में आतिथ्य एवं पर्यटन क्षेत्र को नई ऊंचाइयां मिलेंगी।
उन्होंने कहा कि नई पर्यटन नीति लागू होने से प्रदेश में निवेश बढ़ेगा और रोजगार के अधिक अवसर उत्पन्न होंगे। इस क्षेत्र से जुड़े लघु एवं मझोले उद्योगों को नई ताकत मिलेगी और स्थानीय स्तर पर विभिन्न गतिविधियों में शामिल छोटे उद्यमियों को भी कारोबार के अच्छे भविष्य का ज्यादा विश्वास हासिल होगा।
भाषा सलीम रंजन अजय
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