नयी दिल्ली, छह जून (भाषा) भारत और अमेरिका के बीच प्रस्तावित व्यापार समझौता सीमा शुल्क को कम कर, व्यापार बाधाओं को घटाकर और आपूर्ति शृंखला एकीकरण में सुधार कर वस्तुओं के लिए अधिक बाजार पहुंच प्रदान करेगा।
एक अधिकारी ने शुक्रवार को बताया कि दोनों देशों की टीमों के बीच चल रही बातचीत का उद्देश्य बीटीए (द्विपक्षीय व्यापार समझौते) के प्रारंभिक चरण को शीघ्र और पारस्परिक रूप से लाभकारी निष्कर्ष तक पहुंचाना है।
बीटीए के लिए चल रही वार्ता के तहत अमेरिका के अतिरिक्त व्यापार प्रतिनिधि नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल चार से 10 जून तक भारत की यात्रा पर है।
अधिकारी ने कहा, “दोनों देश अधिक बाजार पहुंच को सुविधाजनक बनाने, शुल्क और गैर-शुल्क बाधाओं को कम करने और आपूर्ति शृंखला मजबूती और एकीकरण को बढ़ाने के लिए सक्रिय रूप से केंद्रित चर्चाओं में लगे हुए हैं।”
दोनों पक्ष प्रस्तावित बीटीए के विभिन्न पहलुओं पर विस्तृत चर्चा में लगे हुए हैं।
दोनों देशों ने 13 फरवरी, 2025 को 2030 तक द्विपक्षीय व्यापार को दोगुना से अधिक बढ़ाकर 500 अरब डॉलर करने पर सहमति व्यक्त की थी।
इस दृष्टिकोण को साकार करने के लिए भारत और अमेरिका ने 2025 की शरद ऋतु (सितंबर-अक्टूबर) तक पारस्परिक रूप से लाभकारी, बहु-क्षेत्रीय द्विपक्षीय व्यापार समझौते (बीटीए) की पहली किस्त पर बातचीत करने की योजना की घोषणा की।
प्रस्तावित समझौते को आगे बढ़ाने के लिए भारत और अमेरिका एक एकीकृत और रणनीतिक दृष्टिकोण अपना रहे हैं।
भाषा अनुराग प्रेम
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