(फाइल फोटो के साथ)
मुंबई, 20 जून (भाषा) केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को कहा कि संप्रग सरकार ने मुंबई की उपेक्षा की, लेकिन भाजपा के नेतृत्व वाली महायुति सरकार ने सात लाख करोड़ रुपये से अधिक की बुनियादी ढांचा परियोजनाओं के साथ इसे ‘बचाया’।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता ने कहा कि सिंचाई क्षेत्र में निवेश से महाराष्ट्र में किसानों की आत्महत्या की समस्या को रोकने में मदद मिली, जो कई दशकों से राज्य को परेशान कर रही थी।
महाराष्ट्र चैंबर्स ऑफ कॉमर्स, इंडस्ट्री एंड एग्रीकल्चर के नए मुख्यालय के उद्घाटन के मौके पर शाह ने कहा कि भारत 2026-27 तक तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा। उन्होंने दावा किया कि पिछले 11 वर्षों में देश में ‘संतुलित’ विकास हुआ है।
मुंबई नगर निगम के चुनाव नजदीक आने पर शाह ने कहा कि कुछ साल पहले तक उन्हें डर लगता था कि जनसंख्या विस्फोट, पुराने और जर्जर आवास, झुग्गी-झोपड़ियां और यातायात की भीड़भाड़ जैसी समस्याओं को देखते हुए मुंबई का क्या होगा।
‘स्थिति को बदलने के लिए’ मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को बधाई देते हुए शाह ने कहा कि उन्होंने राज्य की मदद की। राज्य को तब भी फायदा हुआ जब एकनाथ शिंदे ने पिछली सरकार का नेतृत्व किया था, जिसमें फडणवीस उपमुख्यमंत्री थे।
उन्होंने आरोप लगाया कि 2014 से पहले केंद्र में मनमोहन सिंह और सोनिया गांधी की ‘डबल इंजन’ संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार थी, जिसमें राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के शरद पवार भी शामिल थे, फिर भी कांग्रेस के नेतृत्व वाले सत्तारूढ़ गठबंधन ने उन 10 वर्षों के लिए ‘मुंबई को उसके भाग्य पर छोड़ दिया।’
शाह ने कहा, “प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (केंद्र में) और फडणवीस-शिंदे (राज्य में) के नेतृत्व वाली डबल इंजन सरकारों ने सात लाख करोड़ रुपये के निवेश से मुंबई को बचाया है।”
उन्होंने भाजपा नीत सरकार की उपलब्धियों का जिक्र करते हुए कहा कि 1.50 लाख करोड़ रुपये के निवेश से 337 किलोमीटर लंबा मेट्रो नेटवर्क, मुंबई से अहमदाबाद के बीच 1.08 लाख करोड़ रुपये की बुलेट ट्रेन, वधावन में 80,000 करोड़ रुपये का नया बंदरगाह, 17,000 करोड़ रुपये का अटल सेतु ट्रांस-हार्बर पुल, 55,000 करोड़ रुपये का वर्सोवा-विरार सी-लिंक और 60,000 करोड़ रुपये का विरार-अलीबाग मल्टीमॉडल कॉरिडोर जैसी बुनियादी ढांचा परियोजनाओं को आगे बढ़ाया गया है।
भाषा अनुराग रमण
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