नई दिल्ली: केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण लगातार 8वां बजट पेश करेंगी और सभी की निगाहें मध्यम वर्ग को मिलने वाली बहुप्रतीक्षित टैक्स राहत पर होंगी. आर्थिक विकास में कमी आने और शहरी खपत में लगातार कमी आने के संकेत मिलने के कारण, केंद्रीय बजट 2025-26 के सामने एक विशेष रूप से मुश्किल चुनौती है.
हाल के दिनों में, सरकारी खर्च ने विकास को गति दी है, लेकिन इस साल इसमें गिरावट आई है.
सीतारमण मोदी 3.0 के पहले पूर्ण-वर्ष के बजट में इन उद्देश्यों — खर्च को बढ़ाने के साथ-साथ कर राजस्व में कटौती — को संतुलित करने का प्रयास कर रही हैं.
चालू वित्त वर्ष (अप्रैल 2024 से मार्च 2025) के बजट में राजकोषीय घाटा सकल घरेलू उत्पाद का 4.9 प्रतिशत अनुमानित है. वित्त वर्ष 2025-26 के बजट में घाटे के आंकड़ों पर बाज़ार की पैनी नज़र रहेगी.
बजट से एक दिन पहले राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने अपने अभिभाषण में कहा, ‘‘मेरी सरकार मध्यम वर्ग के अपने घर के सपने को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध है. आयुष्मान भारत योजना के तहत 70 वर्ष और उससे अधिक आयु के छह करोड़ वरिष्ठ नागरिकों को स्वास्थ्य बीमा प्रदान करने का फैसला लिया गया है. हर साल उन्हें 5 लाख रुपये का स्वास्थ्य कवर मिलेगा.’’
केंद्रीय बजट 2025 -26 : Live Updates
11:20 am: वित्त मंत्री ने बिहार में एक नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ फूड टेक्नोलॉजी स्थापित करने की घोषणा की, जिससे खाद्य निर्माण को बढ़ावा मिलेगा और राज्य के किसानों को प्रोत्साहन मिलेगा.
11:15 am: बजट में किसान क्रेडिट कार्ड (केसीसी) योजना के लिए ऋण सीमा में वृद्धि की घोषणा की गई है, जिसके तहत ऋण सीमा 3 लाख रुपये से बढ़ाकर 5 लाख रुपये कर दी गई है.
11:10 am: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा, “बिहार में मखाना बोर्ड का गठन किया जाएगा. मखाना के उत्पादन, प्रसंस्करण, मूल्य संवर्धन और विपणन को बेहतर बनाने के लिए मखाना बोर्ड की स्थापना की जाएगी. इस कार्य में लगे लोगों को FPO के रूप में संगठित किया जाएगा.”
11:05 am: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा, “इस बजट में प्रस्तावित विकास उपाय 10 व्यापक क्षेत्रों में हैं, जिनमें गरीबों, युवाओं, किसानों और नारी पर ध्यान केंद्रित किया गया है.”
11:00 am: केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव सहित पार्टी सांसदों के विरोध के बीच अपना बजट भाषण शुरू किया.
10:40 am: समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा, “आज बजट आ रहा है. बजट आम लोगों को मायुस न करे. बजट से ज़्यादा महत्वपूर्ण यह है कि अभी भी कुंभ में लोग अपनों की तलाश में खोया-पाया केंद्रों, अलग-अलग जगहों पर जा रहे हैं… जिस कुंभ के लिए पता नहीं कितना बजट खर्च हुआ होगा, कितने विज्ञापन चल रहे होंगे. 40 करोड़ लोगों को बुलाने का लक्ष्य था, डिजिटल महाकुंभ की बात थी, CCTV कैमरे लगे होंगे क्या उन्हें इसकी जानकारी नहीं है?… बजट अपनी जगह है लेकिन कुंभ महत्वपूर्ण है… बजट निराश न करे, लेकिन कुंभ में जाने वाली जानें समाजवादी पार्टी की प्राथमिकता हैं.”
10:30 am: केंद्रीय मंत्रिमंडल ने 2025-26 के बजट को मंज़ूरी दी.
10:20 am: केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा, “बजट निरंतरता में होगा, देश के कल्याण, गरीब के कल्याण के लिए और देश को विकसित बनाने के लिए होगा… थोड़ा इंतजार करिए सब्र का फल मीठा होगा.”
10:10 am : केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण संसद पहुंची. आज वे मोदी 3.0 का पूर्ण बजट पेश करेंगी.
09:51 am : केंद्रीय बजट 2025 की प्रतियां संसद में लाई गईं
9:40 am: बजट पेश करने से पहले वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी ने राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात की.
#WATCH | Delhi | Union Finance Minister Nirmala Sitharaman and MoS Finance Pankaj Chaudhary meet President Droupadi Murmu at the Rashtrapati Bhavan
Union Finance Minister Nirmala Sitharaman will present #UnionBudget2025, today in Lok Sabha pic.twitter.com/ZSbZQyd2GE
— ANI (@ANI) February 1, 2025
9:20 am: सीतारमण ने 2019 में अपना पहला बजट पेश करते हुए बजट दस्तावेज़ को ले जाने के लिए दशकों से इस्तेमाल किए जा रहे चमड़े के ब्रीफकेस को लाल कपड़े में लिपटे पारंपरिक ‘बही-खाता’ से बदल दिया था. इस साल का बजट पिछले तीन वर्षों की तरह कागज़ रहित रूप में होगा.
फोटो: प्रवीण जैन
9:10 am: शनिवार को बीएसई सेंसेक्स अपने पिछले बंद से 200 अंक बढ़कर 77,734 पर खुला, जबकि निफ्टी अपने पिछले बंद से 87 अंक बढ़कर 23,596 पर खुला.
8:50 am: पार्लियामेंट के लिए निकलने से पहले निर्मला सीतारमण पहुंची वित्त मंत्रालय.
फोटो: सूरज सिंह बिष्ट
8:30 am: केंद्रीय बजट 2025 से पहले, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 31 जनवरी को आर्थिक सर्वेक्षण पेश किया, जिसमें अनुमान लगाया गया कि भारत की अर्थव्यवस्था इस वित्तीय वर्ष में 6.3-6.8 प्रतिशत की दर से बढ़ेगी.
हालांकि, इसने यह भी माना कि भारत को अपनी आर्थिक आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए “कम से कम एक दशक तक” सालाना 8 प्रतिशत से अधिक की दर से विकास करने की आवश्यकता है.
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