नयी दिल्ली, 25 फरवरी (भाषा) भारतीय इस्पात संघ (आईएसए) ने रूस और यूक्रेन के बीच सैन्य संकट गहराने से कोकिंग कोल और अन्य जिंसों एवं कच्चे माल की कीमतों में बढ़ोतरी का अंदेशा जताते हुए शुक्रवार को कहा कि इससे इस्पात उत्पादन लागत पर असर पड़ेगा।
आईएसए के महासचिव आलोक सहाय ने पीटीआई-भाषा से कहा कि रूस एवं यूक्रेन दोनों के ही चार करोड़ टन इस्पात का शुद्ध निर्यातक होने से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इस्पात की उपलब्धता प्रभावित होगी।
सहाय ने कहा कि मौजूदा वैश्विक हालात तेल एवं गैस की ऊंची कीमतों के रूप में परिलक्षित हो रहे हैं। इसके अलावा जिंस एवं कच्चे माल की कीमतों में भी बढ़ोतरी देखने को मिलेगी।
उन्होंने कहा, ‘मसलन, कोकिंग कोल की कीमतों में पहले ही बढ़ोतरी शुरू हो चुकी है। इससे इस्पात उत्पादन में उपयोग होने वाले कच्चे माल की लागत पर असर पड़ेगा।’ इस्पात बनाने की प्रक्रिया में कोकिंग कोल एक अहम तत्व है।
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प्रेम रमण
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