अगरतला, 28 जुलाई (भाषा) त्रिपुरा के ग्रामीण इलाकों में सड़कों को ‘नैनो तकनीक’ का इस्तेमाल करके बनाया जाएगा जिससे सड़कें यहां होने वाली भारी बारिश के बावजूद लंबे समय तक टिकी रहें। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्रालय ने ‘प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना’ (पीएमजीएसवाई-III) के तहत राज्य में 231.64 किलोमीटर लंबी 32 सड़कों के विनिर्माण के लिए 214.23 करोड़ रुपये की मंजूरी दी है।
अधिकारी के मुताबिक, राज्य 114.23 किलोमीटर की 16 सड़कों का निर्माण नैनो तकनीक का इस्तेमाल करके करेगा।
पीएमजीएसवाई (पीडब्ल्यूडी) में मुख्य अभियंता बिमल दास ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ‘‘पूरे पूर्वोत्तर में भारी वर्षा होती है, इसलिए राज्य ने अपने ग्रामीण संपर्क को विकसित करने के लिए ‘नैनो तकनीक’ को अपनाया है। इस तकनीक के तहत ‘सीमेंट’ और ‘रसायन’ के इस्तेमाल से सड़कों को कंक्रीट के ठोस ढांचे में बदला जाएगा।’’
उन्होंने कहा कि ‘चिप्स’ और ‘कोलतार’ का इस्तेमाल आमतौर पर सड़कों को बनाने में किया जाता है, लेकिन इनसे बनने वाली सड़कें कुछ ही वर्षों में क्षतिग्रस्त हो जाती हैं, जिससे करोड़ों रुपये का नुकसान होता है।
दास ने कहा कि नैनो तकनीक से बनी सड़कें लंबे समय तक चलेंगी।
भाषा रिया मानसी
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