अगरतला, 16 मार्च (भाषा) त्रिपुरा सरकार ने उपयोग में नहीं लाए जा रहे चाय बागानों को नई सहकारी समितियों को सौंपने का निर्णय लिया है। इस उद्देश्य से छह चाय बागानों की पहचान कर ली गई है।
त्रिपुरा चाय विकास निगम लिमिटेड के चेयरमैन संतोष साहा ने कहा कि इन बागानों को उनके मालिकों ने घाटा होने के कारण छोड़ दिया या वर्तमान सहकारी समितियों को इन्हें चलाने में मुश्किल आ रही है।
सरकार ने ऐसे सभी बागानों को कब्जे में लेने और इन्हें चलाने के लिए इनका प्रबंधन नई सहकारी समितियों को सौंपने का निर्णय लिया है।
साहा ने कहा कि यदि इस कार्यक्रम का सफल क्रियान्वयन हो जाता है तो इन बागानों से जुड़े करीब 1,800 कर्मचारियों को इसका लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने चाय उद्योग के संपूर्ण विकास के लिए व्यापक योजना ‘मुख्यमंत्री चा कल्याण प्रकल्प’ की घोषणा की है।
त्रिपुरा में 52 चाय बागान हैं जहां से सालाना 90 लाख किलो चाय का उत्पादन होता है।
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