नयी दिल्ली, 19 मई (भाषा) वाहन प्रौद्योगिकी कंपनी कार्स24 की ‘चालान रिपोर्ट’ के अनुसार भारत में 2024 में 12,000 करोड़ रुपये का यातायात जुर्माना किया गया, जिसमें से 9,000 करोड़ रुपये का भुगतान नहीं किया गया।
वर्ष 2024 में कुल आठ करोड़ चालान जारी किए गए और सड़क पर लगभग हर दूसरे वाहन पर कम से कम एक बार जुर्माना लगाया गया है।
रिपोर्ट में कहा गया कि गुरुग्राम में प्रतिदिन लगभग 4,500 चालान किए गए, जबकि नोएडा में केवल हेलमेट न लगाने के लिए एक महीने में तीन लाख रुपये से अधिक के चालान किए गए।
कार्स24 ने बयान में कहा, ‘‘सख्त नियमों के बावजूद कानून को लागू करना कठिन हो रहा है और गैर-अनुपालन में लगातार वृद्धि हो रही है। आंकड़े एक ऐसी प्रणाली की ओर इशारा करते हैं, जहां जुर्माना कागजों पर मौजूद हैं, लेकिन रोकथाम कमजोर है। कुल 12,000 करोड़ रुपये का जुर्माना सिर्फ एक आंकड़ा नहीं है, बल्कि यह दर्शाता है कि देश भर में कितनी बार और कितनी आसानी से यातायात नियमों का उल्लंघन किया जाता है।’’
कार्स24 ने अपने आंकड़ों का हवाला देते हुए कहा कि उसका निष्कर्ष इस मिथक को भी गलत साबित करता है कि वाहन चालक का एक वर्ग दूसरे की तुलना में कानून का ज्यादा पालन करता है। इसमें कहा गया कि 55 प्रतिशत चालान चार पहिया वाहनों के थे, जबकि बाकी 45 प्रतिशत चालान दोपहिया वाहनों के हुए।
बयान में कहा गया कि इससे पता चलता है कि यातायात नियमों का उल्लंघन वाहन के प्रकार, शहरों और आय समूहों में फैला हुआ है।
कार्स24 के सह-संस्थापक गजेंद्र जांगिड़ ने कहा, ‘‘अगर हम सुरक्षित शहर चाहते हैं, तो हमें डर से अनुपालन करने की जगह गर्व से जिम्मेदारी निभाने की संस्कृति को अपनाने की जरूरत है।’’
भाषा पाण्डेय अजय
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