नयी दिल्ली, आठ अगस्त (भाषा) केंद्रीय मंत्री जयंत चौधरी ने शुक्रवार को कहा कि राष्ट्रीय हित सर्वोपरि है और व्यापार कूटनीति, नीतिगत संप्रभुता की कीमत पर नहीं हो सकती।
अमेरिका के भारतीय वस्तुओं पर शुल्क बढ़ाकर 50 प्रतिशत करने की पृष्ठभूमि में उन्होंने यह टिप्पणी की।
भारतीय वाणिज्य एवं उद्योग महासंघ ‘फिक्की’ द्वारा आयोजित कौशल शिखर सम्मेलन को संबोधित करते हुए मंत्री ने कहा कि सरकार भारतीय उद्योग द्वारा दिए जा रहे मजबूत समर्थन और एकजुटता से प्रभावित एवं उसके प्रति संवेदनशील है।
कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्री ने कहा, ‘‘ इस समय, वैश्विक अर्थव्यवस्था में उथल-पुथल दिख रही है। निश्चित रूप से हमें उद्योग से पूर्ण सहयोग की आवश्यकता है। यह उस तरह की बातचीत है और आप इसे एक तरह का संघर्ष भी कह सकते हैं, जिसमें भारत सरकार वर्तमान में लगी हुई है। हालांकि हमने यह तय किया है कि व्यापार कूटनीति, हमारी नीतिगत संप्रभुता की कीमत पर नहीं हो सकती।’’
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पिछले सप्ताह भारत पर 25 प्रतिशत शुल्क लगाने की घोषणा की थी, जो सात अगस्त से लागू हो गया।
ट्रंप ने बाद में अन्य एक कार्यकारी आदेश पर भी हस्ताक्षर किए जिसमें रूसी तेल की खरीद के लिए भारत पर 25 प्रतिशत का अतिरिक्त शुल्क लगाया गया जिससे कुल शुल्क 50 प्रतिशत हो गया। यह अतिरिक्त 25 प्रतिशत शुल्क 27 अगस्त से लागू होगा।
भारत पर लगाया गया यह शुल्क दुनिया में किसी भी देश पर अमेरिका द्वारा लगाए गए सबसे अधिक शुल्क में से एक है।
भाषा निहारिका
निहारिका
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.