नयी दिल्ली, 14 सितंबर (भाषा) केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने बुधवार को चारे की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करने की जरूरत पर जोर दिया।
मंत्री उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा में इंटरनेशनल डेयरी फेडरेशन के विश्व डेयरी सम्मेलन में बोल रहे थे।
एक सरकारी बयान में कहा गया है कि तोमर ने प्रतिनिधियों का ध्यान कृषि और डेयरी क्षेत्रों की चुनौतियों की ओर आकर्षित किया और आम मुद्दों पर मिलकर काम करने की बात कही।
तोमर ने कहा कि चारे की पर्याप्त उपलब्धता कैसे सुनिश्चित की जाए और इस उद्देश्य के लिए क्या किया जा सकता है, इस पर काम करने की जरूरत है।
मंत्री ने यह भी बताया कि कचरे का निपटान ठीक से नहीं किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि फसल के पराली, फलों और सब्जियों के कचरे को फायदे की चीजों में बदलने की जरूरत है।
तोमर ने कहा कि इसपर सोचने और काम करने की जरूरत है कि हम कचरे को अलग-अलग तरीकों से कैसे इस्तेमाल कर सकते हैं।
उन्होंने पराली के निस्तारण का उदाहरण दिया, जहां तकनीक का इस्तेमाल कर पूसा संस्थान ने डीकंपोजर (विघटन यंत्र) बनाया है।
उन्होंने कहा कि इससे खेत की उत्पादकता बढ़ेगी, वहीं मवेशियों के लिए चारा भी उपलब्ध होगा।
तोमर ने कहा कि भारत मुख्य रूप से एक कृषि प्रधान देश है, और कृषि का दायरा पशुपालन और सहकारिता क्षेत्रों के बिना अधूरा है।
उन्होंने कहा कि इसलिए प्रधानमंत्री ने पशुपालन और सहकारिता क्षेत्रों के अलग-अलग मंत्रालय बनाए हैं और उनके बजट में भी वृद्धि की है।
तोमर ने कहा कि सरकार प्राकृतिक खेती के साथ-साथ जैविक खेती को बड़े पैमाने पर बढ़ावा दे रही है।
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