scorecardresearch
बुधवार, 23 अप्रैल, 2025
होमदेशअर्थजगतछत्तीसगढ़ को कपड़ा केंद्र बनाने के लिए राज्य सरकार ने किया सीएमएआई के साथ समझौता

छत्तीसगढ़ को कपड़ा केंद्र बनाने के लिए राज्य सरकार ने किया सीएमएआई के साथ समझौता

Text Size:

रायपुर, 23 अप्रैल (भाषा) छत्तीसगढ़ सरकार ने राज्य में कपड़ा उद्योग को बढ़ावा देने के लिए कपड़ा बनाने वाली कंपनियों के निकाय सीएमएआई के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किये हैं। अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी।

अधिकारियों ने बताया कि छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय बुधवार को मुंबई के बॉम्बे एग्जिबिशन सेंटर में आयोजित सीएमएआई (क्लोदिंग मैन्युफैक्चरर एसोसिएशन ऑफ इंडिया) फैब शो 2025 में शामिल हुए और राज्य में वस्त्र और परिधान क्षेत्र में निवेश की संभावनाओं का उल्लेख किया।

अधिकारियों के अनुसार, इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने निवेशकों और कपड़ा क्षेत्र से जुड़े उद्योगपतियों को छत्तीसगढ़ में निवेश के लिए आमंत्रित करते हुए कहा कि राज्य सरकार ने वस्त्र उद्योग क्षेत्र में निवेश के नए द्वार खोले हैं।

उन्होंने बताया कि इस मौके पर छत्तीसगढ़ सरकार ने सीएमएआई (क्लोदिंग मैन्युफैक्चरर एसोसिएशन ऑफ इंडिया) के साथ एमओयू पर हस्ताक्षर किये।

साय ने उद्योगपतियों को संबोधित करते हुए कहा, ”हाल ही में हमने मंत्रिमंडल में नेशनल इंस्टीट्यूट आफ फैशन डिजाइन के संस्थान को नवा रायपुर में खोलने की मंजूरी दी है। 271 करोड़ रुपए की लागत से तैयार होने वाले इस संस्थान से छत्तीसगढ़ में कपड़ा उद्योग को बढ़ावा मिलेगा।”

साय ने कहा, ”छत्तीसगढ़ में चांपा की कोसा साड़ियां अपने शिल्प में बेमिसाल हैं। सीएमएआई से एमओयू और निफ्ट की स्थापना से चांपा के कोसा जैसे वस्त्रों की ब्रांडिंग, उसे बढ़ावा देने में बड़ी मदद मिलेगी।”

उन्होंने कहा, ”कपड़ा उद्योग प्रत्यक्ष रूप से ग्रामीण स्वरोजगार, तकनीक और कौशल विकास से जुड़ा है। नई औद्योगिक नीति में हमने इन सभी सुविधाओं का ख्याल रखते हुए, कपड़ा क्षेत्र से जुडे़ एमएसएमई को बढ़ावा देने का प्रयास किया है। हम एक हजार से अधिक स्थानीय लोगों को रोजगार देने वाले उद्यमों को विशेष अनुदान दे रहे हैं।’’

मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘कपड़ा क्षेत्र में देश में इतनी अच्छी नीति किसी भी राज्य में नहीं है। इसका लाभ कपड़ा उद्योग से जुड़े छोटे और मझोले उद्यमों को मिल रहा है।”

साय ने बताया कि बस्तर और सरगुजा जैसे क्षेत्रों में उद्यम शुरू करने पर विशेष रियायतें दी गई हैं।

उन्होंने कहा, ”एक ही जगह सभी प्रकार की मंजूरी, कारोबार सुगमता और कारोबार में तेजी लाने की नीतियों के चलते बहुत तेजी से निवेश प्रस्तावों को स्वीकृति दी जा रही है। हमने 350 से अधिक सुधार किये हैं और निवेश का परिवेश बेहद सहज हो गया है।”

मुख्यमंत्री ने कहा, ”मध्य भारत की हमारी स्थिति आपको देश भर में सबसे अच्छी संपर्क सुविधा उपलब्ध कराती है। इस वर्ष से रायपुर हवाईअड्डे से कार्गो की सुविधा आरंभ हो गई है। हमारे यहां 48 हजार करोड़ रूपए की कई महत्वपूर्ण रेल परियोजनाओं पर काम चल रहा है। रेलवे नेटवर्क के विस्तार का सबसे अधिक लाभ उद्योग जगत को मिलेगा। रायपुर से विशाखापत्तनम तक एक्सप्रेस वे का निर्माण तेजी से हो रहा है। विशाखापत्त्नम बंदरगाह से हमारी सीधी पहुंच रायपुर में व्यापार को बहुत विस्तार देगा।”

अधिकारियों ने बताया कि कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ के मुख्य सचिव अमिताभ जैन और अन्य अधिकारी मौजूद थे।

भाषा संजीव नोमान रमण

रमण

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

share & View comments