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गुरूवार, 5 जून, 2025
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एफटीए वार्ता में प्रगति को यूरोपीय संघ के व्यापार आयुक्त संग 35 दिन में तीन बैठकें कीं: गोयल

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(राजेश राय)

ब्रेसिया, पांच जून (भाषा) वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने यूरोपीय संघ के साथ मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) के लिए प्रस्तावित वार्ता को गति देने के उद्देश्य से यूरोपीय व्यापार आयुक्त मारोस सेफकोविक के साथ मात्रा 35 दिन में तीन बैठकें की हैं।

गोयल ने बृहस्पतिवार को कहा कि भारत पहले ही चार यूरोपीय राष्ट्र ब्लॉक ईएफटीए और ब्रिटेन के साथ इसी तरह के समझौतों पर हस्ताक्षर कर चुका है।

यूरोपीय मुक्त व्यापार संघ (ईएफटीए) के सदस्य आइसलैंड, लिशटेंस्टीन, नॉर्वे और स्विट्जरलैंड हैं। अब भारत 27 देशों के समूह यूरोपीय संघ के साथ वार्ता को अंतिम रूप देने की प्रक्रिया में है।

गोयल ने यहां संवाददाताओं से कहा, “हमने 35 दिन में तीन बैठकें की हैं। यह एफटीए के लिए हमारी साझा प्रतिबद्धता को दर्शाता है… हम इसे तेजी से अमली जामा पहनाने की कोशिश कर रहे हैं।”

मंत्री यहां की दो दिवसीय यात्रा पर हैं। वह दोनों देशों के बीच व्यापार और निवेश को बढ़ावा देने के लिए नेताओं और कारोबारियों से मिल रहे हैं।

गोयल और सेफकोविक के बीच पहली बैठक एक मई को तो दूसरी बैठक 23 मई को ब्रसेल्स में हुई थी, जबकि तीसरी बैठक दो जून को पेरिस में संपन्न हुई।

भारत और यूरोपीय संघ (ईयू) एक व्यापक मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) पर सहमत हो सकते हैं। जून, 2022 में भारत और 27 देशों के ईयू ब्लॉक ने आठ साल से अधिक के अंतराल के बाद एक व्यापक एफटीए, एक निवेश संरक्षण समझौते और जीआई पर एक समझौते के लिए बातचीत बहाल की।

बाजारों को खोलने के स्तर पर मतभेदों के कारण 2013 में वार्ता रुक गई थी। 28 फरवरी को, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और यूरोपीय आयोग के अध्यक्ष ने इस साल के अंत तक बहुप्रतीक्षित मुक्त व्यापार समझौते को अंतिम रूप देने पर सहमति जताई।

गोयल ने कहा कि वह इटली और यूरोपीय संघ के साथ ‘बहुत’ मजबूत और पारस्परिक रूप से लाभकारी एफटीए के लिए काम कर रहे हैं।

उन्होंने कहा, “हम बहुत ही जीवंत एफटीए पर तेजी से प्रगति कर रहे हैं जो दोनों पक्षों के व्यवसायों के लिए अवसर खोलेगा।”

भारत-इटली द्विपक्षीय व्यापार पर गोयल ने कहा कि दोनों पक्षों को द्विपक्षीय व्यापार को बढ़ावा देने के लिए काम करने की जरूरत है। वर्तमान में यह लगभग 15 अरब डॉलर है।

उन्होंने कहा, “द्विपक्षीय व्यापार को बढ़ावा देने की काफी संभावनाएं हैं।”

संवाददाता सम्मेलन में इतालवी उप प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री एंटोनियो तजानी ने कहा कि इटली भारत को निर्यात बढ़ाने के तरीकों पर विचार कर रहा है क्योंकि दोनों स्वाभाविक साझेदार हैं। उन्होंने इटली में भारतीय निवेश की भी मांग की।

उन्होंने कहा कि गोयल के साथ द्विपक्षीय वार्ता व्यापार में बाधाओं को कम करने के तरीकों पर केंद्रित थी। इस्पात और एल्युमीनियम पर अमेरिकी शुल्क के बारे में पूछे जाने पर तजानी ने कहा, ‘शुल्क कभी सकारात्मक नहीं होते और हमारा लक्ष्य इसे कम करना है।’

भाषा अनुराग रमण

रमण

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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