मुंबई, 22 फरवरी (भाषा) वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को कहा कि भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) के आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) को लेकर बाजार में काफी रुचि और चर्चा है। उन्होंने यह भी संकेत दिया कि आईपीओ चालू वित्त वर्ष में ही आएगा।
उल्लेखनीय है कि सार्वजनिक क्षेत्र की बीमा कंपनी ने 13 फरवरी को सरकार की पांच प्रतिशत हिस्सेदारी बेचने को लेकर सेबी के पास विवरण पुस्तिका जमा की है। इस हिस्सेदारी की बिक्री से 63,000 करोड़ रुपये जुटाये जाने की उम्मीद है।
उन्होंने कहा, ‘‘अब जब डीआरएचपी (एलआईसी आईपीओ के लिये विवरण पुस्तिका) आ गया है, तो बाजार में इसको लेकर रुचि और चर्चा है। मुझे खुशी है कि इसे जिस तरह से तैयार किया गया है, उसमें शेयरधारकों की भी भूमिका है। जिस तरह से इसे तैयार किया गया है, उसने बहुत रुचि पैदा की है। हम इसको लेकर आगे बढ़ेंगे।’’
यह पूछे जाने पर कि क्या आईपीओ चालू वित्त वर्ष में आएगा, सीतारमण ने कहा, ‘‘डीआरएचपी दो साल पहले तो जारी नहीं हुआ है…।’’
इस बीच, मंगलवार को एलआईसी ने स्पष्ट किया कि प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना (पीएमजेजेबीवाई) के पॉलिसीधारक आईपीओ में रियायती मूल्य पर शेयरों के लिए पात्र नहीं हैं।
एलआईसी ने एक बयान में कहा, ‘‘यह एक समूह बीमा उत्पाद है और पीएमजेजेबीवाई पॉलिसीधारक रियायती मूल्य पर शेयर प्राप्त करने के पात्र नहीं हैं।’’
जीवन बीमा कंपनी के चेयरमैन एम आर कुमार के सोमवार को दिये गये बयान के बाद एलआईसी ने स्पष्टीकरण जारी किया है।
कुमार ने सोमवार को संवाददाताओं से कहा था कि पीएमजेजेबीवाई ग्राहक भी पॉलिसीधारकों के लिए उपलब्ध लाभों के लिए पात्र हैं। इसके एक दिन बाद यह स्पष्टीकरण आया है।
हालांकि, एलआईसी ने बयान में कहा कि यह ‘‘अनजाने में उल्लेख किया गया।’’
भाषा
रमण अजय
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