नयी दिल्ली, 10 अप्रैल (भाषा) बीते वित्त वर्ष (2024-25) में नई पेश की गई आवासीय परियोजनाओं में भारित औसत कीमतें कच्चे माल की ऊंची लागत के कारण नौ प्रतिशत बढ़ी हैं। सूचीबद्ध रियल एस्टेट आंकड़ा विश्लेषक कंपनी प्रॉपइक्विटी ने यह जानकारी दी।
प्रॉपइक्विटी ने बयान में कहा कि प्रमुख नौ शहरों में नए घरों की भारित औसत कीमत 2024-25 में नौ प्रतिशत बढ़कर 13,197 रुपये प्रति वर्ग फुट हो गई, जो 2023-24 में 12,569 रुपये प्रति वर्ग फुट थी।
नई परियोजनाओं में घरों की औसत कीमतों में सबसे अधिक वृद्धि कोलकाता में 29 प्रतिशत रही। इसके बाद ठाणे में 17 प्रतिशत, बेंगलुरु में 15 प्रतिशत, पुणे में 10 प्रतिशत, दिल्ली-एनसीआर में पांच प्रतिशत, हैदराबाद में पांच प्रतिशत और चेन्नई में चार प्रतिशत की वृद्धि हुई।
मुंबई और नवी मुंबई में आवास की कीमतों में तीन प्रतिशत की गिरावट आई।
प्रॉपइक्विटी के संस्थापक और मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) समीर जसूजा ने कहा, “पिछले एक साल में मांग और आपूर्ति में नरमी रही है, लेकिन पिछले कुछ वर्षों में भूमि, श्रम और निर्माण सामग्री सहित कच्चे माल की कीमत वृद्धि के कारण आवास की कीमतें बढ़ी हैं।”
बेंगलुरु स्थित बीसीडी ग्रुप के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक (सीएमडी) अंगद बेदी ने कहा, “शीर्ष भारतीय शहरों में नए घरों की कीमतों में तेज वृद्धि मजबूत अंतिम उपयोगकर्ता मांग, स्थिर निवेशक भरोसे और बढ़ती निर्माण लागत को दर्शाती है।”
भाषा अनुराग अजय
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