मुंबई, 19 जुलाई (भाषा) घरेलू शेयर बाजार शुरुआती गिरावट से उबरते हुए मंगलवार को लगातार तीसरे दिन बढ़त के साथ बंद हुए। वैश्विक स्तर पर मिले-जुले रुख के बीच बैंक, धातु और ऊर्जा शेयरों में लिवाली से बाजार में तेजी आई।
डॉलर के मुकाबले रुपये में तेजी से भी धारणा को मजबूती मिली।
तीस शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स की शुरूआत कमजोर रही। लेकिन अंत में यह 246.47 अंक यानी 0.45 प्रतिशत की बढ़त के साथ 54,767.62 अंक पर बंद हुआ। उतार-चढ़ाव भरे कारोबार में सेंसेक्स ऊंचे में 54,817.52 अंक तक गया और नीचे में 54,232.82 अंक तक आया।
इसी प्रकार, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 62.05 अंक यानी 0.38 प्रतिशत की बढ़त के साथ 16,340.55 अंक पर बंद हुआ।
सेंसेक्स के शेयरों में एक्सिस बैंक सबसे अधिक 2.35 प्रतिशत मजबूत हुआ। इसके अलावा इंडसइंड बैंक, महिंद्रा एंड महिंद्रा, बजाज फिनसर्व, टाटा स्टील, अल्ट्राटेक सीमेंट, भारतीय स्टेट बैंक और भारती एयरटेल प्रमुख रूप से लाभ में रहे।
दूसरी तरफ नुकसान में रहने वाले शेयरों में नेस्ले इंडिया, एचसीएल टेक्नोलॉजीज, सन फार्मा, कोटक महिंद्रा बैंक, इन्फोसिस, डॉ. रेड्डीज और एशियन पेंट्स शामिल हैं। इनमें 1.37 प्रतिशत तक की गिरावट रही।
सेंसेक्स के तीस शेयरों में से 19 लाभ में रहे।
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘वैश्विक बाजारों के साथ आईटी और दवा क्षेत्र के शेयरों में कमजोर रुख के साथ घरेलू बाजारों में उतार-चढ़ाव रहा। हालांकि बैंक, वाहन तथा धातु शेयरों में तेजी से बाजार को अच्छा समर्थन मिला।’’
उन्होंने कहा, ‘‘विकसित बाजारों में गिरावट का रुख रहा। इसका कारण आर्थिक नरमी की आशंका में एप्पल जैसी बहुराष्ट्रीय कंपनियों की कम संख्या में नियुक्ति की घोषणा है। हालांकि, भारतीय अर्थव्यवस्था की बुनियाद मजबूत होने के कारण हमें भरोसा है कि नरमी का तत्काल प्रभाव घरेलू अर्थव्यवस्था पर अन्य देशों के मुकाबले हल्का होगा।’’
रेलिगेयर ब्रोकिंग लि. के उपाध्यक्ष (शोध) अजित मिश्रा ने कहा कि आईटी तथा धातु जैसे शेयरों में तेजी से घरेलू बाजार पर दबाव कम हुआ।
उन्होंने कहा, ‘‘हमने सतर्कता के साथ सकारात्मक रुख को बरकरार रखा है और वाहन, दैनिक उपयोग का सामान बनाने वाली कंपनियों तथा बैंक जैसे क्षेत्रों में दीर्घकालीन अवसर देख रहे हैं।’’
एशिया के अन्य बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी और हांगकांग का हैंगसेंग नुकसान में जबकि जापान का निक्की तथा चीन का शंघाई कंपोजिट लाभ में रहे।
यूरोप के प्रमुख बाजारों में शुरुआती कारोबार में मिला-जुला रुख रहा। अमेरिकी बाजार सोमवार को नुकसान में रहे।
इस बीच, अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.57 प्रतिशत की गिरावट के साथ 105.7 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया।
अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया छह पैसे की तेजी के साथ 79.92 (अस्थायी) पर बंद हुआ।
शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशक सोमवार को शुद्ध लिवाल रहे। उन्होंने 156.08 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर खरीदे।
भाषा
रमण अजय
अजय
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