scorecardresearch
Friday, 10 January, 2025
होमदेशअर्थजगतअदाणी विल्मर में 13.50 प्रतिशत हिस्सेदारी बेचकर समूह ने 4,850 करोड़ रुपये जुटाए

अदाणी विल्मर में 13.50 प्रतिशत हिस्सेदारी बेचकर समूह ने 4,850 करोड़ रुपये जुटाए

Text Size:

नयी दिल्ली, 10 जनवरी (भाषा) अदाणी समूह ने फॉर्च्यून ब्रांड के तहत संचालित होने वाली कंपनी अदाणी विल्मर में अपनी 13.5 प्रतिशत हिस्सेदारी बेचकर शुक्रवार को 4,850 करोड़ रुपये जुटाए।

अदाणी समूह ने बृहस्पतिवार को कंपनी में 17.54 करोड़ शेयर (13.50 प्रतिशत इक्विटी) 10 जनवरी को गैर-खुदरा निवेशकों को और 13 जनवरी को खुदरा निवेशकों को 275 रुपये प्रति शेयर के आधार मूल्य पर बेचने की घोषणा की थी।

इस बिक्री पेशकश (ओएफएस) में 8.44 करोड़ शेयर यानी 6.50 प्रतिशत इक्विटी हिस्सेदारी को अलग से बेचने का विकल्प भी रखा गया है।

समूह अपने मुख्य बुनियादी ढांचा व्यवसाय पर ध्यान केंद्रित करने के लिए गैर-प्रमुख गतिविधियों से बाहर निकलने की रणनीति के तहत यह बिक्री कर रहा है।

समूह ने पिछले महीने अदाणी विल्मर से अपनी हिस्सेदारी का बड़ा हिस्सा एक संयुक्त उद्यम भागीदार को बेचकर बाहर निकलने की घोषणा की थी।

शेयर बाजार से मिली जानकारी के मुताबिक, अदाणी एंटरप्राइजेज लिमिटेड की अनुषंगी अदाणी कमोडिटीज एलएलपी ने शुक्रवार को गैर-खुदरा निवेशकों को अदाणी विल्मर में 13.5 प्रतिशत हिस्सेदारी के लिए बिक्री पेशकश को पूरा किया।

इस लेनदेन में विभिन्न अंतरराष्ट्रीय और घरेलू निवेशकों की तरफ से तगड़ी मांग देखी गई। भारतीय पूंजी बाजार के हाल के समय में आए सबसे बड़े ओएफएस में से एक में 100 से अधिक निवेशकों ने शिरकत की।

समूह ने शेयर बाजारों को दी सूचना में कहा, ‘हम शेयर बाजारों को इस पेशकश में 1.96 करोड़ शेयरों (1.51 प्रतिशत) तक अधिक खरीद के विकल्प का प्रयोग करने के अपने इरादे से अवगत कराना चाहते हैं। वहीं 17.54 करोड़ इक्विटी शेयर मूल पेशकश का हिस्सा होंगे।’

इस तरह पेशकश में रखे गए शेयरों की कुल संख्या 19.50 करोड़ (15.01 प्रतिशत) तक हो जाएगी, जिसमें से 1.95 करोड़ (1.50 प्रतिशत) 13 जनवरी को पेशकश के हिस्से के रूप में उपलब्ध होंगे।

इस लेनदेन के साथ अदाणी समूह इस वित्त वर्ष में अब तक कुल 3.15 अरब डॉलर की इक्विटी पूंजी जुटा चुका है।

ओएफएस के सफल समापन के साथ अदाणी विल्मर ने न्यूनतम सार्वजनिक शेयरधारिता (एमपीएस) मानदंडों का अनुपालन कर लिया है जिसमें प्रवर्तकों की हिस्सेदारी 74.37 प्रतिशत और शेष 25.63 प्रतिशत सार्वजनिक शेयरधारकों के पास है।

यह ओएफएस समूह के अदाणी विल्मर लिमिटेड से बाहर निकलने का पहला चरण है जिसमें इसकी 43.94 प्रतिशत हिस्सेदारी है। दूसरे चरण में विल्मर इंटरनेशनल लिमिटेड ने 305 रुपये प्रति शेयर की कीमत पर शेष हिस्सेदारी हासिल करने पर सहमति जताई है।

भाषा प्रेम प्रेम रमण

रमण

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

share & View comments