नयी दिल्ली, 11 नवंबर (भाषा) वित्त मंत्रालय ने चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही और पहली छमाही के वित्तीय प्रदर्शन की समीक्षा करने के लिए बुधवार को सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों (पीएसबी) के प्रमुखों की एक बैठक बुलाई है।
इस बैठक की अध्यक्षता वित्तीय सेवा सचिव एम नागराजू करेंगे।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने पिछले सप्ताह कहा था कि देश को बड़े और विश्वस्तरीय बैंकों की जरूरत है, और इस संबंध में रिजर्व बैंक और बैंकों के साथ चर्चा चल रही है।
उन्होंने कहा था, ‘‘सरकार इस पर विचार कर रही है और काम शुरू हो चुका है। हम रिजर्व बैंक के साथ चर्चा कर रहे हैं। हम बैंकों के साथ भी चर्चा कर रहे हैं।’’
सूत्रों ने बताया कि 12 नवंबर को सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के साथ होने वाली समीक्षा बैठक में उनके वित्तीय आंकड़ों के अलावा सरकार की प्रमुख योजनाओं की प्रगति पर भी विचार-विमर्श किया जाएगा।
सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों ने चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में 49,456 करोड़ रुपये का रिकॉर्ड कुल लाभ दर्ज किया। यह सालाना आधार पर नौ प्रतिशत की वृद्धि है।
सार्वजनिक क्षेत्र के सभी 12 बैंकों ने वित्त वर्ष 2024-25 की सितंबर तिमाही में कुल 45,547 करोड़ रुपये का लाभ कमाया था।
शेयर बाजारों को दिए गए आंकड़ों के मुताबिक, भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने अकेले 49,456 करोड़ रुपये के कुल लाभ में 40 प्रतिशत का योगदान दिया। एसबीआई ने वित्त वर्ष 2025-26 की दूसरी तिमाही में 20,160 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ दर्ज किया, जो पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 10 प्रतिशत अधिक है।
प्रतिशत के लिहाज से चेन्नई स्थित इंडियन ओवरसीज बैंक ने सबसे ज्यादा 58 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 1,226 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ दर्ज किया। इस दौरान सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया का शुद्ध लाभ 33 प्रतिशत बढ़कर 1,213 करोड़ रुपये हो गया।
हालांकि, समीक्षाधीन तिमाही में दो सरकारी बैंकों – बैंक ऑफ बड़ौदा और यूनियन बैंक ऑफ इंडिया – ने अपने लाभ में क्रमशः आठ प्रतिशत और 10 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की।
भाषा पाण्डेय अजय
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