नयी दिल्ली, सात अप्रैल (भाषा) किताब ‘द डर्टी डजन’ में भारत के 12 सबसे बड़े कॉरपोरेट बकायेदारों के उत्थान और पतन की कहानी का पूरा ब्यौरा दिया गया है।
पत्रकार और लेखक एन सुंदरेशा सुब्रमण्यम की इस किताब का विमोचन आठ अप्रैल को होगा। इस किताब में भारतीय बैंकिंग प्रणाली में लगभग एक चौथाई खराब कर्ज के लिए जिम्मेदार कुटिल उद्योगपतियों का पर्दाफाश किया गया है। इसका प्रकाशन पैनमैकमिलन इंडिया ने किया है। किताब की कीमत 499 रुपये है।
किताब के विवरण में लिखा है, “विजय माल्या, नीरव मोदी और जतिन मेहता के साथ ही विभिन्न कॉरपोरेट बकायेदारों के आर्थिक दुस्साहस को दर्ज करते हुए लेखक वित्तीय अराजकता, राजनीतिक लूट और देश के कॉरपोरेट परिदृश्य को खराब करने वाले कदाचार के जटिल चक्रव्यूह को उजागर करते हैं।”
पुस्तक में जिन कंपनियों की चर्चा की गई है, उनमें इरा इंफ्रा इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रोस्टील स्टील्स, जेपी इंफ्राटेक, एस्सार स्टील, एमटेक ऑटो, जिंदल समूह और अडाणी समूह शामिल हैं।
भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने जून 2017 में देश के 12 सबसे बड़े बकायेदारों की एक सूची का खुलासा करते हुए पूरे देश को चौंका दिया था।
भाषा अनुराग पाण्डेय
पाण्डेय
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