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Monday, 23 September, 2024
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टीसीएस दुनिया में दूसरा सबसे मूल्यवान आईटी ब्रांड, शीर्ष 25 में और पांच भारतीय कंपनियां शामिल

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नयी दिल्ली, 26 जनवरी (भाषा) टाटा कन्सल्टेंसी सर्विसेस (टीसीएस) दुनिया में सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र की सेवा प्रदाता कंपनियों में दूसरा सबसे मूल्यवान ब्रांड बन गई है।

ब्रांड मूल्यांकन करने वाली कंपनी ब्रांड फाइनेंस की एक रिपोर्ट में बताया गया है कि इन्फोसिस सूची में तीसरे स्थान पर है। साथ ही आईटी क्षेत्र की चार अन्य बड़ी भारतीय कंपनियों ने 25 शीर्ष कंपनियों में अपनी स्थिति मजबूती से बनाए रखी है।

‘ब्रांड फाइनेंस आईटी सर्विसेस 25, 2022’ रिपोर्ट के मुताबिक टीसीएस और इंफोसिस के बाद चार और भारतीय कंपनियां शीर्ष 25 कंपनियों की सूची में शामिल हैं जिनमें विप्रो सातवें स्थान पर, एचसीएल आठवें, टेक महिंद्रा 15वें, एलटीआई 22वें स्थान पर हैं।

ये सभी छह भारतीय ब्रांड 2020-2022 के दौरान सबसे तेजी से वृद्धि करने वाली शीर्ष 10 आईटी सर्विस ब्रांड सूची में शामिल हैं।

एसेंचर दुनिया की सबसे मूल्यवान और मजबूत आईटी सर्विस ब्रांड बनी हुई है और रिपोर्ट के मुताबिक उसका ब्रांड मूल्य 36.2 अरब डॉलर है।

भारत की विविध आईटी सर्विस ब्रांड ने 2020 से 2022 के बीच 51 फीसदी की औसत वृद्धि की जबकि इस दौरान अमेरिका की आईटी कंपनियों की ब्रांड में सात फीसदी की गिरावट आई। रिपोर्ट में बताया गया कि आईबीएम चौथे स्थान पर आ गई जबकि टीसीएस पिछले वर्ष की तुलना में 12 फीसदी और 2020 की तुलना में 24 फीसदी की वृद्धि के साथ दूसरे स्थान पर है। टीसीएस का ब्रांड मूल्य 16.8 अरब डॉलर है।

टीसीएस ने शेयर बाजारों को दी जानकारी में कहा कि इस वृद्धि का श्रेय कंपनी द्वारा अपने ब्रांड और कर्मचारियों में निवेश और मजबूत वित्तीय प्रदर्शन को जाता हैं।

कंपनी की मुख्य विपणन अधिकारी राजश्री आर ने कहा कि यह रैंकिंग कंपनी के लिए एक अहम पड़ाव है तथा यह बाजार में कंपनी की बढ़ती प्रासंगिकता तथा ग्राहकों के लिए उसके नवोन्मेष तथा परिवर्तन की पुष्टि करता है।

सूची में तीसरे स्थान पर इंफोसिस है जो दुनियाभर के सबसे तेजी से बढ़ते आईटी सेवा प्रदाता ब्रांड के रूप में उभरी है और पिछले वर्ष की तुलना में उसका ब्रांड मूल्य 52 फीसदी और 2020 की तुलना में 80 फीसदी बढ़त के साथ 12.8 अरब डॉलर है।

भाषा मानसी रमण

रमण

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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