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बुधवार, 28 मई, 2025
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टीसीएस ने जेन एआई को ‘‘सभ्यतागत बदलाव’’ दिया करार

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मुंबई, 28 मई (भाषा) भारत की सबसे बड़ी आईटी सेवा कंपनी टीसीएस का मानना ​​है कि जेनरेटिव आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (जेनएआई) महज एक और प्रौद्योगिकी चक्र नहीं है, बल्कि एक ‘‘सभ्यतागत बदलाव’’ है जिससे हर उद्योग को सकारात्मक लाभ होगा।

टाटा संस के चेयरमैन एन. चंद्रशेखरन ने बताया कि 30 अरब डॉलर की आईटी सेवा कंपनी भविष्य में मनुष्यों के साथ मिलकर काम करने और ‘‘मानव+एआई’’ मॉडल में समाधान देने के लिए एआई एजेंट का एक ‘‘बड़ा गुट’’ बनाएगी।

चंद्रशेखरन ने मंगलवार देर रात प्रकाशित वार्षिक रिपोर्ट में कंपनी के शेयरधारकों को अपने संदेश में लिखा, ‘‘ मानवीय तर्क क्षमताओं को प्राप्त करते हुए, जनरेटिव आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (जेनएआई) महज एक और प्रौद्योगिकी चक्र नहीं है, यह एक सभ्यतागत बदलाव है।’’

उन्होंने बताया कि टीसीएस एआई प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल करने में सक्रिय रही है और उसने अपनी पेशकशों में एआई को शामिल किया है। इसने संपूर्ण मूल्य श्रृंखला में बुद्धिमान एजेंट समाधान भी बनाए हैं।

चंद्रशेखरन ने कहा कि कंपनी के पास 2025 में सबसे बड़ा एआई-प्रशिक्षित कार्यबल होगा और उसने ‘टीसीएस विजडमनेक्स्ट’ नाम से एक एंटरप्राइज-ग्रेड जनरल एआई मंच भी पेश किया है।

कंपनी मार्च 2025 तक 6.07 लाख से अधिक लोगों को रोजगार प्रदान करने वाली निजी क्षेत्र की सबसे बड़ी नियोक्ता भी है।

उन्होंने कहा, ‘‘ भविष्य की ओर देखते हुए, हम चार अलग-अलग प्रगति की योजना बना रहे हैं। सबसे पहले, हम अपने मानव कार्यबल के साथ काम करने वाले एआई एजेंट का एक बड़ा समूह स्थापित करते हैं। दूसरा, हम मानव+एआई मॉडल के माध्यम से समाधान प्रदान करते हैं।’’

चंद्रशेखरन ने कहा कि टीसीएस एआई डेटा सेंटर तथा क्लाउड इंफ्रास्ट्रक्चर में भी निवेश करेगी और हार्डवेयर प्रदाताओं, समाधान नवप्रवर्तकों एवं स्टार्टअप के साथ साझेदारी करेगी।

कंपनी के मुख्य कार्यकारी एवं प्रबंध निदेशक के. कृतिवासन ने कहा कि ग्राहक तेजी से उपयोग-आधारित दृष्टिकोण से निवेश-आधारित एआई के विस्तार पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। टीसीएस उन्हें उत्कृष्टता के एआई केंद्र, एआई प्रयोगशालाएं स्थापित करने और 150 से अधिक एआई एजेंट के साथ व्यापार संचालन के लिए डोमेन-विशिष्ट एआई समाधान प्रदान करने में मदद कर रही है।

उन्होंने कहा, ‘‘ अध्यक्ष और मुख्य परिचालन अधिकारी के रूप में आरती सुब्रमण्यन की नियुक्ति तथा हमारे नए मुख्य रणनीति अधिकारी के रूप में मंगेश साठे की नियुक्ति एआई के नेतृत्व में उद्योग में आए बदलावों से प्रेरित है।’’

टीसीएस के अधिकारियों का कहना है कि एआई का नौकरियों पर कोई हानिकारक प्रभाव नहीं पड़ेगा, लेकिन नौकरियों की प्रकृति में बदलाव आएगा।

भाषा निहारिका मनीषा

मनीषा

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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