नयी दिल्ली, 26 जनवरी (भाषा) सरकार ने सार्वजनिक क्षेत्र की टीसीआईएल की भारती हेक्साकॉम में 30 प्रतिशत हिस्सेदारी का मूल्य करीब 8,900 करोड़ रुपये लगाया है। यह मूल्यांकन एसबीआई कैपिटल मार्केट्स के फॉर्मूले पर आधारित है। आधिकारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी।
भारती एयरटेल की भारती हेक्साकॉम में 70 प्रतिशत हिस्सेदारी है। कंपनी राजस्थान और पूर्वोत्तर में दूरसंचार सेवाएं प्रदान करती है। सरकार के पास टेलीकम्युनिकेशंस कंसल्टेंट्स इंडिया लिमिटेड (टीसीआईएल) के माध्यम से कंपनी में शेष 30 प्रतिशत हिस्सेदारी है।
टीसीआईएल के लिए अपनी हिस्सेदारी बेचने और संयुक्त उद्यम से बाहर निकलने का प्रस्ताव 15 साल से अधिक समय से लंबित है।
एक सूत्र ने कहा, ‘‘भारती एयरटेल के वर्तमान मूल्यांकन और बाजार पूंजीकरण के आधार पर भारती हेक्साकॉम में टीसीआईएल की हिस्सेदारी लगभग 8,900 करोड़ रुपये की है। यह भारती एयरटेल के बाजार पूंजीकरण के आधार पर बदलता रहता है।’’
उसने कहा कि सरकार को जो अंतिम मूल्य मिलेगा, वह इस बात पर निर्भर करेगा कंपनी संयुक्त उद्यम से कब बाहर होती है और भारती एयरटेल का उस समय बाजार पूंजीकरण क्या रहता है।
भारती एयरटेल के पास टीसीआईएल की हिस्सेदारी लेने से इनकार करने का पहला अधिकार है।
एसबीआई कैपिटल मार्केट्स (एसबीआई कैप्स) ने मूल्यांकन फॉर्मूला का सुझाव दिया है और सरकार निवेश और लोक परिसंपत्ति प्रबंधन विभाग (डीआईपीएएम) के प्रस्ताव को मंजूरी देने के बाद बाहर निकलने का समय तय करेगी।
इस बारे में संपर्क करने पर, टीसीआईएल के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक संजीव कुमार ने मूल्यांकन पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। लेकिन उन्होंने कहा कि कंपनी ने मूल्यांकन के लिए एसबीआई कैप्स की सेवा ली थी और रिपोर्ट दूरसंचार विभाग (डीओटी) को सौंप दी गई है।
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रमण मानसी
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