नयी दिल्ली, 21 फरवरी (भाषा) टाटा स्टील ने सोमवार को कहा कि उसने अपने कलिंगनगर संयंत्र में एलजीबीटीक्यू समुदाय के 12 लोगों को क्रेन परिचालक प्रशिक्षु के रूप में शामिल कर अपने ट्रांसजेंडर कर्मचारियों की संख्या में बढ़ोतरी की है।
इससे पहले दिसंबर में टाटा स्टील के पश्चिम बोकारो प्रखंड ने 14 ट्रांसजेंडर लोगों को अपनी खदानों में परिचालक के रूप में नियुक्त किया था।
कंपनी ने एक बयान में कहा कि इस पहल का मकसद ट्रांसजेंडर लोगों को समाज की मुख्यधारा में लाने में मदद करना है।
बयान में कहा गया कि टाटा स्टील की विविधता और समावेशन (डीएंडआई) पहल का उद्देश्य एक ऐसा कार्यस्थल तैयार करना है, जहां हर किसी का सम्मान किया जाए, सभी की आवाज सुनी जाए और लोग अपने वास्तविक व्यक्तित्व के साथ काम पर आ सकें।
टाटा स्टील की उपाध्यक्ष, मानव संसाधन प्रबंधन अत्रेयी सान्याल ने कहा, ‘‘हम एलजीबीटीक्यू (लेस्बियन, गे, बाइसेक्सुअल, ट्रासजेंडर, क्यूईर) समुदाय के लोगों को शामिल करने के प्रयासों को जारी रखेंगे। यह यात्रा बेहद फायदेमंद रही है और हमें विविधता और समावेश पर नए क्षितिज तलाशने के लिए प्रेरित करती है।’’
भाषा पाण्डेय रमण
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