नयी दिल्ली, 25 जून (भाषा) टाटा प्ले का वित्त वर्ष 2024-25 में एकीकृत घाटा बढ़कर 529.43 करोड़ रुपये हो गया। वित्त वर्ष 2023-24 में कंपनी को 353.88 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा हुआ था।
टाटा प्ले का पहले नाम टाटा स्काई था।
वित्त वर्ष 2024-25 में परिचालन आय 5.15 प्रतिशत घटकर 4,082.5 करोड़ रुपये रह गई।
कंपनी के बढ़ते घाटे के कारणों का तुरंत पता नहीं चल सका। हालांकि डिशटीवी, एयरटेल डिजिटल टीवी और डीडी फ्री डिश सहित अन्य डीटीएच संचालकों के साथ उसे कड़ी प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ रहा है।
कारोबार असचूना मंच ‘टोफ्लर’ द्वारा प्राप्त वित्तीय आंकड़ों के अनुसार, कुल आय जिसमें अन्य आय भी शामिल है वह पिछले वित्त वर्ष में 5.03 प्रतिशत घटकर 4,109.3 करोड़ रुपये रह गई।
वित्त वर्ष 2024-25 में टाटा प्ले का विज्ञापन प्रचार खर्च 29.2 प्रतिशत घटकर 124.28 करोड़ रुपये रह गया, जबकि 2023-24 में यह 175.54 करोड़ रुपये था। कुल खर्च तीन प्रतिशत घटकर 4,619.22 करोड़ रुपये रहा।
हालांकि, कंपनी ने वित्त वर्ष 2024-25 में अपना शुद्ध ऋण एक साल पहले के 4,010.21 करोड़ रुपये से घटाकर 3,445.60 करोड़ रुपये कर दिया।
टाटा संस 31 मार्च 2025 तक 60 प्रतिशत शेयर के साथ कंपनी में सबसे बड़ी शेयरधारक था। एक साल पहले, इसने सिंगापुर की टेमासेक होल्डिंग्स की सहयोगी बेट्री इन्वेस्टमेंट्स (मॉरीशस) पीटीई लिमिटेड से 10 करोड़ डॉलर के सौदे में टाटा प्ले में 10 प्रतिशत हिस्सेदारी हासिल की थी।
टाटा संस के बाद, नेटवर्क डिजिटल डिस्ट्रीब्यूशन सर्विसेज एफजेड-एलएलसी (एनडीडीएस) और टीएस इन्वेस्टमेंट्स लिमिटेड कंपनी के दूसरे सबसे बड़े शेयरधारक हैं, जिनके पास 20-20 प्रतिशत शेयर हैं।
टाटा प्ले के वर्तमान में टाटा संस और टीएस इन्वेस्टमेंट्स दो प्रवर्तक हैं।
भाषा निहारिका
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