चेन्नई, 13 सितंबर (भाषा) तमिलनाडु सरकार ने काजू उत्पादकों और श्रमिकों के कल्याण की रक्षा करने और काजू उत्पादन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से ‘काजू बोर्ड’ का गठन किया गया है, जिसका मुख्यालय कुड्डलोर में होगा।
राज्य सरकार का मानना है, इससे राज्य से काजू के निर्यात में भी वृद्धि होने की संभावना है।
राज्य में काजू एक प्रमुख बागवानी फसल है। इस वर्ष 43,460 मीट्रिक टन काजू का उत्पादन हुआ है।
सूत्रों के अनुसार, तमिलनाडु देश में काजू उत्पादन में पांचवें स्थान पर है और काजू निर्यात में दूसरा सबसे बड़ा राज्य है। राज्य में काजू की खेती 2.09 लाख एकड़ भूमि पर की जाती है।
राज्य के कृषि मंत्री एम. आर. के. पन्नीरसेल्वम के अनुसार, इस बोर्ड के गठन से कृषि में रोजगार के अवसर उत्पन्न होंगे, मूल्य संवर्धन (वैल्यू एडिशन) को बढ़ावा मिलेगा और काजू क्षेत्र को मजबूती मिलेगी।
उन्होंने 12 सितंबर को जारी एक विज्ञप्ति में कहा कि वित्त वर्ष 2025-26 के कृषि बजट में मुख्यमंत्री एम के स्टालिन द्वारा की गई घोषणा के अनुसार, 10 करोड़ रुपये के आवंटन के साथ बोर्ड का गठन किया गया है।
भाषा योगेश पाण्डेय
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