नयी दिल्ली, 31 जनवरी (भाषा) चीनी मिलों के संगठन इस्मा ने सितंबर में समाप्त होने वाले विपणन वर्ष 2021-22 के लिए भारत के चीनी उत्पादन अनुमान को तीन प्रतिशत बढ़ाकर 314.5 लाख टन कर दिया है जबकि पहले यह अनुमान 305 लाख टन का था।
वर्ष 2020-21 के पेराई सत्र में 311.8 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ था।
भारतीय चीनी मिल संघ (इस्मा) ने सोमवार को अपना दूसरा अग्रिम अनुमान जारी करते हुए कहा, ‘‘देश में 2021-22 सत्र के दौरान 314.50 लाख टन चीनी का उत्पादन होने की उम्मीद है।’’ चीनी विपणन वर्ष अक्टूबर से सितंबर तक चलता है।
इस्मा ने एक बयान में कहा, ‘‘यह आंकड़ा गन्ना रस/ सिरप या बी-हैवी शीरे के इथेनॉल उत्पादन के लिए खपाए जाने वाले 34 लाख टन चीनी का हिसाब जोड़ने के बाद का है।’’
मांग के मोर्चे पर इस्मा ने कहा कि चीनी मिलों ने इस विपणन वर्ष में अक्टूबर-दिसंबर 2021 के दौरान 69.06 लाख टन की बिक्री की है जो एक साल पहले की समान अवधि में हुई बिक्री से लगभग 1.5 लाख टन अधिक है।
चीनी की मांग बढने के साथ इस्मा ने अनुमान लगाया कि वर्ष 2021-22 में चीनी की घरेलू खपत लगभग 270 लाख टन रहेगी।
अक्टूबर-दिसंबर तिमाही के दौरान चीनी का निर्यात बढ़कर 16.23 लाख टन हो गया, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि में 4.49 लाख टन था। जनवरी 2022 में आठ लाख टन चीनी के निर्यात के साथ ही इस विपणन वर्ष के पहले चार महीनों में ही कुल निर्यात 24 लाख टन से अधिक हो जाने का अनुमान है।
भाषा राजेश प्रेम
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.