नयी दिल्ली, 25 मार्च (भाषा) सितंबर को समाप्त होने वाले चीनी विपणन वर्ष 2021-22 में भारत का चीनी निर्यात सात प्रतिशत बढ़कर 75 लाख टन होने का अनुमान है। सरकार ने शुक्रवार को राज्यसभा में यह जानकारी दी।
राज्य सभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में खाद्य एवं उपभोक्ता मामलों की राज्य मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति ने यह जानकारी दी। मंत्री ने बताया कि वर्ष 2021-22 सत्र (अक्टूबर-सितंबर) में चीनी निर्यात 75 लाख टन होने की उम्मीद है, जबकि पिछले वर्ष यह निर्यात 70 लाख टन का हुआ था।
उन्होंने कहा, ‘‘केंद्र सरकार द्वारा उठाए गए विभिन्न कदमों के परिणामस्वरूप, पिछले पांच वर्षों में देश से चीनी के निर्यात में काफी वृद्धि हुई है।’’
भारतीय चीनी मिल संघ (इस्मा) ने हाल ही में कहा कि वैश्विक बाजार में भारतीय चीनी की मांग बढ़ने और उच्च उत्पादन के कारण इस साल अक्टूबर 2021 और फरवरी के बीच चीनी निर्यात दो गुना बढ़कर 47 लाख टन हो गया है।
इस्मा के मुताबिक, अब तक लगभग 64-65 लाख टन चीनी निर्यात का अनुबंध किया गया है। इसमें से चालू चीनी सत्र में फरवरी 2022 के अंत तक भारत से लगभग 47 लाख टन चीनी का निर्यात किया गया है, जबकि पिछले साल इसी अवधि में लगभग 17.75 लाख टन चीनी का निर्यात किया गया था।’’
इस्मा का अनुमान है कि चीनी उद्योग को वर्ष 2021-22 के विपणन वर्ष में रिकॉर्ड 75 लाख टन चीनी का निर्यात करने में सफल होना चाहिए।
इस्मा ने चीनी की घरेलू खपत 272 लाख टन और उत्पादन 333 लाख टन रहने का अनुमान लगाया है।
भाषा राजेश राजेश प्रेम
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