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मुंबई, 26 मई (भाषा) भारत के दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने और यूरोपीय संघ पर लगाए गए अमेरिका के 50 प्रतिशत सीमा शुल्क को नौ जुलाई तक टालने से सोमवार को स्थानीय शेयर बाजारों में तेजी रही और सेंसेक्स 455 अंक चढ़ गया। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 148 अंक की बढ़त में रहा।
बीएसई का 30 शेयर पर आधारित मानक सूचकांक सेंसेक्स 455.37 अंक यानी 0.56 प्रतिशत चढ़कर 82,176.45 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान एक समय यह 771.16 अंक चढ़कर 82,492.24 अंक पर पहुंच गया था।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का मानक सूचकांक निफ्टी भी 148 अंक यानी 0.60 प्रतिशत चढ़कर 25,001.15 अंक पर बंद हुआ।
यह शेयर बाजार में तेजी का लगातार दूसरा सत्र रहा। शुक्रवार को भी सेंसेक्स में 769.09 अंक और निफ्टी में 243.45 अंक की बढ़त दर्ज की गई थी।
विशेषज्ञों ने कहा कि मानसून के समय से पहले आने और भारतीय रिजर्व बैंक की तरफ से सरकार को वित्त वर्ष 2024-25 के लिए रिकॉर्ड 2.69 लाख करोड़ रुपये का लाभांश देने की घोषणा ने भी बाजारों में सकारात्मक धारणा को बल दिया।
सेंसेक्स की कंपनियों में से महिंद्रा एंड महिंद्रा के शेयरों में सर्वाधिक 2.17 प्रतिशत की तेजी रही। इसके अलावा एचसीएल टेक, टाटा मोटर्स, नेस्ले, आईटीसी, हिंदुस्तान यूनिलीवर, लार्सन एंड टुब्रो और टेक महिंद्रा भी बढ़त में रहीं।
दूसरी तरफ, इटर्नल (पूर्व में जोमैटो), अल्ट्राटेक सीमेंट, पावर ग्रिड, टाटा स्टील और कोटक महिंद्रा बैंक के शेयर में गिरावट आई। इटर्नल में सर्वाधिक 4.51 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई।
जियोजीत इन्वेस्टमेंट लिमिटेड के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘यूरोपीय संघ पर घोषित आक्रामक शुल्क की समयसीमा बढ़ाने पर विचार करने के अमेरिकी निर्णय के साथ डॉलर सूचकांक में गिरावट ने भी स्थानीय शेयर बाजारों में उछाल को गति दी।’’
नायर ने कहा कि दक्षिण-पश्चिम मानसून के शुरुआती रुझान और घरेलू बॉन्ड प्रतिफल में गिरावट ने भी निवेशकों को जोखिम से भरी परिसंपत्तियों पर अपना ध्यान बनाए रखने के लिए प्रोत्साहित किया है।
व्यापक बाजार में मझोली कंपनियों के बीएसई मिडकैप सूचकांक में 0.56 प्रतिशत और छोटी कंपनियों के स्मालकैप सूचकांक में 0.48 प्रतिशत की तेजी रही।
बीएसई पर सूचीबद्ध कंपनियों में से 2,301 के शेयर में बढ़त दर्ज की गई जबकि 1,772 के शेयर में गिरावट रही और अन्य 194 कंपनियों के शेयर अपरिवर्तित रहे।
मेहता इक्विटीज लिमिटेड में वरिष्ठ उपाध्यक्ष प्रशांत तापसे ने कहा, ‘घरेलू मानक सूचकांक यूरोपीय बाजारों में मजबूती और मिले-जुले एशियाई बाजारों से मिले समर्थन के दम पर अपने अहम मनोवैज्ञानिक स्तरों के ऊपर बंद हुए।’
एशिया के अन्य बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी और जापान का निक्की 225 सूचकांक सकारात्मक रुख के साथ बंद हुए, जबकि चीन के शंघाई कम्पोजिट और हांगकांग के हैंग सेंग में गिरावट रही।
यूरोप के बाजार दोपहर के सत्र में ऊंचे स्तर पर कारोबार कर रहे थे। अमेरिकी बाजार शुक्रवार को निचले स्तर पर बंद हुए थे।
शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने शुक्रवार को 1,794.59 करोड़ रुपये मूल्य के शेयरों की शुद्ध खरीदारी की।
वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.17 प्रतिशत बढ़कर 64.89 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया।
बीएसई का 30 शेयर वाला सेंसेक्स शुक्रवार को 769.09 अंक की बढ़त के साथ 81,721.08 अंक पर और निफ्टी 243.45 अंक चढ़कर 24,853.15 अंक पर बंद हुआ था।
भाषा प्रेम प्रेम निहारिका
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