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Thursday, 6 November, 2025
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भारतीय स्टेट बैंक ने एसबीआई फंड मैनेजमेंट में छह प्रतिशत हिस्सेदारी बिक्री को मंजूरी दी

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नयी दिल्ली, छह नवंबर (भाषा) भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने बृहस्पतिवार को कहा कि उसने अपनी अनुषंगी कंपनी एसबीआई फंड मैनेजमेंट लि. में आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) के माध्यम से लगभग छह प्रतिशत हिस्सेदारी के विनिवेश को मंजूरी दे दी है।

एसबीआई म्यूचुअल फंड के प्रायोजकों में से एक, एसबीआई फंड्स मैनेजमेंट लि. (एसबीआईएफएमएल) एसबीआई कार्ड्स और एसबीआई लाइफ इंश्योरेंस के बाद सूचीबद्ध होने वाली एसबीआई की तीसरी अनुषंगी कंपनी होगी।

देश के सबसे बड़े बैंक एसबीआई ने शेयर बाजार को दी सूचना में कहा कि भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने आईपीओ के माध्यम से 3,20,60,000 इक्विटी शेयरों की बिक्री को मंजूरी दी है, जो (एसबीआईएफएमएल) की कुल इक्विटी पूंजी के 6.3007 प्रतिशत के बराबर है। यह मंजूरी नियामकीय अनुमोदन पर निर्भर है।

एसबीआईएफएमएल की अन्य प्रवर्तक, अमुंडी इंडिया होल्डिंग, 1,88,30,000 इक्विटी शेयरों का विनिवेश करेगी। यह एसबीआईएफएमएल की कुल इक्विटी पूंजी के 3.7006 प्रतिशत के बराबर है। इसमें कुल मिलाकर 10.0013 प्रतिशत हिस्सेदारी होगी, जिसमें 5,08,90,000 शेयर सूचीबद्ध होंगे।

एसबीआईएफएमएल के दोनों प्रवर्तकों ने संयुक्त रूप से आईपीओ लाने की प्रक्रिया शुरू की है, जिसके 2026 में पूरा होने की संभावना है।

एसबीआई म्यूचुअल फंड की स्थापना 1987 में एसबीआई के प्रायोजक के रूप में हुई थी और यह देश का पहला गैर-यूटीआई म्यूचुअल फंड था।

एसबीआई फंड मैनेजमेंट लिमिटेड को 1992 में एसबीआई की पूर्ण स्वामित्व वाली अनुषंगी कंपनी के रूप में शामिल किया गया था, जो विभिन्न परिसंपत्ति वर्गों में निवेश समाधान प्रदान करने के लिए एसबीआई म्यूचुअल फंड के निवेश प्रबंधक के रूप में कार्य करती है।

वर्तमान में, एसबीआई और अमुंडी इंडिया होल्डिंग्स के पास एसबीआईएफएमएल में क्रमशः 61.91 प्रतिशत और 36.36 प्रतिशत हिस्सेदारी है।

एसबीआईएफएमएल देश की सबसे बड़ी परिसंपत्ति प्रबंधन कंपनी है जिसकी बाजार हिस्सेदारी 15.55 प्रतिशत है। 30 सितंबर, 2025 तक एसबीआई म्यूचुअल फंड की विभिन्न योजनाओं के तहत 11.99 लाख करोड़ रुपये की तिमाही औसत प्रबंधन अधीन परिसंपत्ति (वित्त वर्ष 2025-26 की दूसरी तिमाही के लिए क्यूएएयूएम) और वैकल्पिक कोषों के तहत 16.32 लाख करोड़ रुपये की प्रबंधन अधीन परिसंपत्ति का प्रबंधन करती है।

एसबीआई के चेयरमैन चल्ला श्रीनिवासुलु शेट्टी ने कहा, ‘‘एसबीआईएफएमएल के वर्षों से निरंतर मजबूत प्रदर्शन और बाजार नेतृत्व को देखते हुए, यह आईपीओ प्रक्रिया शुरू करने का एक उपयुक्त समय है। मौजूदा संबंधित पक्षों के लिए मूल्य प्राप्ति को अधिकतम करने के अलावा, आईपीओ सामान्य शेयरधारकों के लिए अवसर पैदा करेगा, बाजार में भागीदारी को व्यापक बनाएगा और संभावित निवेशकों के एक व्यापक समूह के लिए उत्पादों के बारे में जागरूकता बढ़ाएगा।’’

भाषा रमण अजय

अजय

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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