(अम्मार जैदी)
नयी दिल्ली, 11 जून (भाषा) सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी ओएनजीसी अपने प्रमुख तेल एवं गैस क्षेत्र मुंबई हाई में किसी भी विदेशी कंपनी को कोई इक्विटी हिस्सेदारी नहीं देगी।
एक शीर्ष अधिकारी ने मंगलवार को यह जानकारी देते हुए कहा कि बीपी पीएलसी जैसे वैश्विक दिग्गजों से सिर्फ क्षेत्र से घटते उत्पादन को रोकने में मदद मांगी गई है।
अधिकारी ने कहा कि ऑयल एंड नैचुरल गैस कॉरपोरेशन (ओएनजीसी) इस तेल क्षेत्र की परिचालक बनी रहेगी और विदेशी कंपनी को बढ़े हुए उत्पादन से राजस्व का हिस्सा और उसके प्रयासों के लिए एक निश्चित शुल्क दिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि ओएनजीसी तकनीकी समाधान के कार्यान्वयन में सभी पूंजी और परिचालन व्यय वहन करेगी।
सभी जोखिम ओएनजीसी उठाएगी, जबकि विदेशी भागीदार को विफलता होने पर भी निश्चित शुल्क मिलेगा।
अधिकारी ने कहा कि मुंबई हाई एक ऐसा क्षेत्र है, जिसे नामांकन के आधार पर ओएनजीसी को दिया गया था और कंपनी के पास किसी भी नामांकित क्षेत्र में हिस्सेदारी बेचने का कोई अधिकार या शक्ति नहीं है।
भाषा अजय पाण्डेय
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