कोलंबो, तीन मार्च (भाषा) अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने कहा है कि श्रीलंका की अर्थव्यवस्था के समक्ष चुनौतियां बढ़ रही हैं और सरकारी ऋण काफी उच्च स्तर पर पहुंच गया है। उसने गंभीर आर्थिक संकट का सामना कर रहे देश की अर्थव्यवस्था में तत्काल सुधारों का आह्वान किया।
श्रीलंका विदेशी मुद्रा के गंभीर संकट का सामना कर रहा है, उसका कोष घटता जा रहा है और सरकार आवश्यक आयात का खर्च उठाने की स्थिति में नहीं है।
आईएमएफ के कार्यकारी बोर्ड की 25 फरवरी को बैठक हुई थी। उसके बाद एक विज्ञप्ति में उसने कहा, ‘‘कोविड-19 ने श्रीलंका को बुरी तरह प्रभावित किया। आर्थिक पुनरुद्धार जारी रहने के बावजूद निदेशकों ने पाया कि देश के समक्ष चुनौतियां बढ़ रही हैं। इसमें सरकारी कर्ज का उच्च स्तर पर पहुंचना, अंतरराष्ट्रीय पूंजी कम होना और आने वाले वर्षों में बड़ी आर्थिक जरूरतें शामिल हैं।’’
मुद्राकोष ने श्रीलंका की अर्थव्यवस्था में तत्काल सुधारों की जरूरत बताई।
श्रीलंका की सरकार पर आईएमएफ से सहायता पैकेज की मांग करने का दबाव बढ़ रहा है क्योंकि देश का विदेशी मुद्रा भंडार बेहद निचले स्तर पर पहुंच गया है हालांकि सरकार आईएमएफ से मदद मांगने से लगातार इनकार करती आ रही है।
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