कोलंबो, 10 अगस्त (भाषा) राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे ने बृहस्पतिवार को कहा कि श्रीलंका क्षेत्रीय व्यापक आर्थिक साझेदारी (आरसीईपी) व्यापार ब्लॉक में शामिल होना चाहता है, जिसमें चीन और जापान जैसी प्रमुख अर्थव्यवस्थाएं शामिल हैं।
श्रीलंका अपनी संकटग्रस्त अर्थव्यवस्था के पुनर्निर्माण का प्रयास कर रहा है और उसे उम्मीद है कि आरसीईपी में शामिल होने से उसे लाभ मिलेगा।
कोलंबो में इंडोनेशिया के दूतावास में आयोजित दक्षिण पूर्व एशियाई देशों के संगठन (आसियान) की 56वीं वर्षगांठ को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि श्रीलंका आसियान देशों के साथ मिलकर काम करेगा।
उन्होंने कहा, पूर्वी क्षेत्र में तेजी से हो रहे विकास को देखते हुए श्रीलंका का आर्थिक ध्यान अब उधर होना चाहिए।
उन्होंने कहा कि अब जरूरत सभी क्षेत्रों में मिलकर काम करने की है ताकि उद्देश्य हासिल किया जा सके।
विक्रमसिंघे ने कहा कि श्रीलंका ने आरसीईपी की क्षमता को पहचानते हुए इस विशाल व्यापार ब्लॉक में शामिल होने के लिए आवेदन किया है।
श्रीलंका को आसियान सदस्य देशों के साथ मुक्त व्यापार समझौते पर बातचीत शुरू करने की भी उम्मीद है। उसने पहले ही सिंगापुर के साथ एक महत्वपूर्ण व्यापार समझौता किया है और थाईलैंड के साथ सक्रिय रूप से बातचीत कर रहा है।
विदेशी मुद्रा भंडार की भारी कमी के कारण श्रीलंका 2022 में भारी वित्तीय संकट की चपेट में आ गया था।
विक्रमसिंघे ने कहा कि हिंद महासागर के एक राज्य के रूप में श्रीलंका इस क्षेत्र को सैन्य हस्तक्षेप से मुक्त रखने का समर्थक है।
भाषा अनुराग पाण्डेय
पाण्डेय
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