कोलंबो, सात जून (भाषा) श्रीलंका ने यूरिया खरीदने के लिये भारत से 5.5 करोड़ डॉलर का कर्ज मांगा है। श्रीलंका इस समय अपने अबतक के सबसे भीषण आर्थिक संकट से गुजर रहा है। इसके कारण देश में खाने के सामान की कमी का जोखिम उत्पन्न हो गया है।
प्रधानमंत्री रनिल विक्रमसिंघे ने हाल ही में आर्थिक समस्या के कारण देश में खाद्य संकट उत्पन्न होने को लेकर आगाह किया था।
एक अधिकारी ने कहा कि मंत्रिमंडल ने प्रधानमंत्री के भारत से खेती के लिये यूरिया खरीदने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है।
श्रीलंका ने कहा कि भारत सरकार निर्यात-आयात बैंक के जरिये 5.5 करोड़ डॉलर का कर्ज देने को राजी हो गयी है।
यह कर्ज 2022-23 में खेती के लिये यूरिया की खरीद को लेकर लिया गया है।
विक्रमसिंघे ने कहा है कि किसानों के समक्ष उर्वरक की कमी को दूर करने के लिये अगर तेजी से कदम उठाये जाते हैं, तो पांच से छह महीने के भीतर कृषि क्षेत्र में मौजूदा समस्या को दूर किया जा सकता है।
राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे ने पिछले साल रसायनिक उर्वरकों के उपयोग पर पाबंदी लगा दी थी। इससे फसल उत्पादन में करीब 50 प्रतिशत की कमी आयी।
इस निर्णय के खिलाफ किसानों ने विरोध प्रदर्शन किया, लेकिन सरकार ने इसकी उपेक्षा की। उसने कहा कि इस निर्णय का उद्देश्य खेती-बाड़ी को जैविक उर्वरकों के साथ हरित बनाना है।
श्रीलंका 1945 में ब्रिटेन से आजाद होने के बाद के अबतक के सबसे बड़े आर्थिक संकट से गुजर रहा है।
भाषा
रमण अजय
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