नयी दिल्ली, 13 सितंबर (भाषा) सोयाबीन प्रोसेसर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (सोपा) ने मंगलवार को सरकार से आनुवंशिक रूप से संशोधित (जीएम) सोयाबीन के अवैध आयात के खिलाफ तत्काल कार्रवाई करने की मांग की। मौजूदा समय में जीएम उत्पादों का आयात प्रतिबंधित है।
सोपा के कार्यकारी निदेशक डी एन पाठक ने कृषि मंत्रालय को लिखे एक पत्र में अपनी मांग रखते हुए कहा, ‘‘हमारे संज्ञान में आया है कि कुछ बेइमान कंपनियां हर नियम और कानून के उल्लंघन करते हुए जीएम सोयाबीन का आयात कर रही हैं।’’
उन्होंने दावा किया कि 17,741 टन जीएम सोयाबीन ले जाने वाले एक जहाज से फिलहाल मुंबई बंदरगाह पर माल उतारा जा रहा है। उन्होंने मंत्रालय से इस पर ‘तत्काल कार्रवाई’ करने का अनुरोध किया।
पाठक ने कहा, ‘‘अगर इस तरह की गतिविधि पर तत्काल कार्रवाई नहीं की जाती है और इस तरह के आयात की अनुमति दी जाती है, तो जीएम सोयाबीन के अवैध आयात की बाढ़ आ जाएगी जो हमारी सोयाबीन की खेती को नष्ट कर देगा।’’
उन्होंने कहा कि सोयाबीन किसानों तक भी अपना रास्ता खोज सकता है, जिससे भारतीय सोयाबीन की खेती को अपूरणीय क्षति हो सकती है।
सोयाबीन उन प्रमुख तिलहनों में से एक है जिसका भारत उत्पादन बढ़ाने और आयात पर निर्भरता को कम करने पर ध्यान केंद्रित कर रहा है।
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