नयी दिल्ली, 27 मई (भाषा) फिच रेटिंग्स ने मंगलवार को कहा कि सुमितोमो मित्सुई फाइनेंशियल ग्रुप (एसएमएफजी) के यस बैंक में 20 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीदने से भारतीय बैंकिंग क्षेत्र में अन्य विदेशी कंपनियों के लिए रास्ता साफ हो सकता है।
भारत के विदेशी निवेश मानदंडों के अनुसार, भारतीय बैंकों में विदेशी निवेशकों के लिए मतदान अधिकार 26 प्रतिशत तक सीमित हैं। साथ ही विदेशी वित्तीय संस्थान भारतीय बैंकों में 15 प्रतिशत तक हिस्सेदारी ही ले सकते हैं।
फिच ने बयान में कहा, ‘‘यस बैंक सौदा किसी विदेशी बैंक द्वारा किया गया पहला महत्वपूर्ण अधिग्रहण होगा और इससे एसएमएफजी को दो बोर्ड नियुक्तियों के साथ सबसे बड़ी शेयरधारक के रूप में यस बैंक पर महत्वपूर्ण नियंत्रण मिलेगा।’’
रेटिंग एजेंसी ने कहा कि अगर भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) लेनदेन को मंजूरी देता है, तो यह भविष्य के लेनदेन का रास्ता खोल सकता है।
वोटिंग अधिकारों पर 26 प्रतिशत की सीमा या 15 प्रतिशत निवेश सीमा में कोई भी वृद्धि विदेशी बैंक निवेशकों को प्रोत्साहित कर सकती है।
फिच ने कहा कि भारत में अपनी उपस्थिति का विस्तार करने के इच्छुक विदेशी बैंक देश के मध्यम आकार के बैंकों में निवेश कर सकते हैं।
भाषा पाण्डेय अजय
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